अक्सर लोग आर्थिक समस्या की वजह से परेशान रहते है। जिसकी वजह से कई बार उन लोगों को कर्ज तक लेना पड़ता है। ऐसे में मां तुलसी से जुड़ा एक उपाय करने से आपकी आर्थिक समस्याओं का अंत हो जाएगा। वास्तु शास्त्र में तुलसी पूजन से संबंधित कुछ नियम बताए गए है।
कहा जाता है कि उन नियमों का पालन करने से आपके सभी कष्टों का निवारण हो जाता है। ऐसे में इन नियमों के साथ पूजन करने से मां तुलसी प्रसन्न हो जाती है और अपने भक्तों के सभी समस्याओं का निदान कर देती है। आइए जानते है उन नियमों के बारे में।
स्नान के बाद करें जल अर्पित
वास्तुशास्त्र में बताया गया है कि रोज सुबह स्नान करने के बाद तुलसी जी को जल अर्पित करना चाहिए, लेकिन इससे पहले कुछ खाना नहीं चाहिए। इससे मां तुलसी प्रसन्न होकर सभी मनोकामना पूर्ण करती है।
बिना सिलाई वाले कपड़े पहनें
ऐसा कहा जाता है कि माँ तुलसी को जल अर्पित करते समय बगैर सिले हुए वस्त्र धारण करना चाहिए। इसके साथ ही तुलसी को जल अर्पित करते समय 11 बार या 21 बार ॐ सुभद्राय नमः का जाप भी करना चाहिए। कहा जाता है कि ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि का वास होता है और आर्थिक समस्याएं दूर होती है।
रविवार के दिन न करें जल अर्पित
हालांकि एक बात का जरूर ध्यान रखें कि कभी भी रविवार के दिन मां तुलसी को जल अर्पित नहीं करना चाहिए। इससे हानि का सामना करना पड़ सकता है।
सूर्योदय के बाद करें जल अर्पित
शास्त्रों के मुताबिक तुलसी को सूर्योदय के बाद ही जल अर्पित करना चाहिए और सूर्यास्त के बाद जल नहीं देना चाहिए।
जल अर्पित करते समय करें मंत्र जाप
तुलसी के पौधे में जल अर्पित करने के भी खास नियम होते हैं। जल देते समय तुलसी मंत्र का जाप करना अधिक फलदायी होता है। तुलसी को जल अर्पित करते समय करें इस मंत्र का जाप-
मंत्र – महाप्रसाद जननी, सर्व सौभाग्यवर्धिनी आधि व्याधि हरा नित्यं, तुलसी त्वं नमोस्तुते