रायपुर : छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाला मामले में गिरफ्तार पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा के खिलाफ ईडी ने चालान पेश किया. जिसमें अनवर ढेबर, अनिल टुटेजा समेत 9 आरोपी के साथ-साथ 12 डिस्टलर्स को आरोपी बनाया गया है.
बुधवार को ईडी की विशेष कोर्ट में ईडी ने 3773 पन्नों का चालान पेश किया है. ईडी की ओर से पेश किए गए चालान में कहा गया है कि इस पूरे घोटाले के बारे में कवासी लखमा को पूरी जानकारी थी. उन्हें हर माह 1.5 करोड़ रुपए मिलते थे. वहीं इस चालान में चालान में अनवर ढेबर, अनिल टुटेजा समेत 9 आरोपी के साथ 12 डिस्टलर्स को आरोपी बनाया गया है.
छत्तीसगढ़ का शराब घोटाला
छत्तीसगढ़ में करीब 2000 करोड़ रुपए काे शरब घोटाला मामले में पूर्व मंत्री कवासी लखमा का नाम भी शामिल है. ईडी ने इस घोटालेम में पूर्व आईएएस अधिकारी अनिल टुटेजा, अनवर ढेबर और अरुणपति त्रिपाठी को मास्टरमाइंड बताया जा रहा है.
आरोप है कि जब छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार थी तब प्रदेश में बड़ा शराब घोटाला हुआ. इस बात की जानकारी तत्कालीन आबकारी मंत्री कवासी लखमा को भी थी. घोटाला के दौरान कमीशन का एक बड़ा हिस्सा पूर्व मंत्री कवासी लखमा के पास भी जाता था.
ईडी ने मारा था छापा
कवासी लखमा की गिरफ्तारी से पहले ईडी ने पूर्व मंत्री और वर्तमान में कोंटा के विधायक कवासी लखमा के सुकमा और रायपुर स्थित ठिकानों पर छापा मारा था. इसके अलावा उनके बेटे हरीश कवासी, सुकमा नगर पालिका अध्यक्ष राजू साहू और लखमा के पूर्व ओएसडी जयंत देवांगन समेत अन्य करीबियों के यहां भी छापा मारा था. 15 घंटे तक चली कार्रवाई में ईडी ने लखमा के ठिकानों से कई दस्तावेज भी जब्त किए गए थे, जिसका ईडी ने खुलासा किया था.