नेतृत्व पर कांग्रेस में उभरी गुटबाजी : रविन्द्र चौबे पर अनुशासन का डंडा चलाने की तैयारी में पीसीसी

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रायपुर। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी की अंदरूनी लड़ाई और गहराती जा रही है। पूर्व मंत्री और वरिष्ठ नेता रविंद्र चौबे की पार्टी की कमान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को सौंपे जाने संबंधी बयान को संगठन ने गंभीरता से लिया है। पीसीसी चीफ दीपक बैज ने इस मामले की शिकायत हाईकमान से कर दी है। इसके बाद जल्द ही कांग्रेस अनुशासन समिति की बैठक होने वाली है। माना जा रहा है कि, इस बैठक में श्री चौबे के बयान पर भी मंत्रणा होगी।

उल्लेखनीय है कि, पूर्व मंत्री और वरिष्ठ नेता रविंद्र चौबे ने भूपेश बघेल के जन्म दिन पर कहा था- प्रदेश की जनता चाहती है कि, कांग्रेस की कमान भूपेश बघेल संभालें। उन्होंने दावा किया कि उनके नेतृत्व में 2028 में फिर से कांग्रेस की सरकार बन सकती है। रविंद्र चौबे ने कहा, कांग्रेस कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर बघेल का हाथ मजबूत करना होगा। जिस तरह 2013 से 2018 के बीच कार्यकर्ताओं ने मिलकर भाजपा की 15 साल की सत्ता को खत्म किया था, उसी तरह आने वाले समय में भी मजबूती से लड़ाई लड़नी होगी। उन्होंने कहा, भूपेश बघेल ही ऐसे नेता हैं जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ खुलकर आवाज उठा रहे हैं।

किसी के दबाव में झुकने वाले नहीं

उन्होंने यह भी कहा, इसी कारण उन्हें और उनके परिवार को ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स की कार्रवाई का सामना करना पड़ रहा है। चौबे ने तंज कसते हुए कहा, ईडी भी सुन ले, भूपेश बघेल शेर हैं, डरने वाले नेता नहीं। कांग्रेस का यह नेता महात्मा गांधी के रास्ते पर चलता है और किसी दबाव में झुकने वाला नहीं है।

कांग्रेस नेता चौबे के बयान पर पायलट से शिकायत

कांग्रस नेता रविंद्र चौबे के बयान को लेकर कांग्रेस नेताओं ने प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट से शिकायत की है। शिकायत में कहा गया है कि संगठन को अस्थिर करने का प्रयास वरिष्ठ नेता द्वारा किया जा रहा है। हालांकि अधिकृत तौर पर कोई नेता खुलकर नहीं बोल रहा है। इधर पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज ने इस बयान के बाद कहा कि रविंद्र चौबे महाज्ञानी नेता हैं। उसके बयान पर कोई टिप्पणी नहीं।

पीसीसी नेतृत्व को लेकर अटकलें

चौबे के इस बयान को कांग्रेस की अंदरूनी राजनीति से भी जोड़कर देखा जा रहा है। मौजूदा समय में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज हैं, लेकिन चौबे का बघेल के नेतृत्व पर जोर देना संगठन के भीतर असंतोष का संकेत माना जा रहा है।

चौबे के भरोसे से कुछ होने वाला नहीं- साव

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को फिर से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने संबंधी बयान को लेकर राज्य की राजनीति गरमा रही है। इस मामले में उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने छत्तीसगढ़ कांग्रेस के कलह पर तंज कसा है। उन्होंने कहा, कांग्रेस में आंतरिक कलह कोई नई बात नहीं है। कांग्रेस के नेता आपस में झगड़ते हैं और इनके झगड़े का कोई अंत नहीं है। इसीलिए ये कार्यकर्ताओं और जनता का विश्वास खो चुकी है। वहीं कांग्रेस को ही भूपेश बघेल पर भरोसा नहीं है, क्योंकि इनके नेतृत्व में ही कांग्रेस की लोकसभा और विधानसभा चुनाव में हार हुई है। और जब जनता और पार्टी को भरोसा नहीं है, तो रविन्द्र चौबे के भरोसे से कुछ होने वाला नहीं है।

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