रायपुर| छत्तीसगढ़ में 1 नवंबर से धान खरीदी शुरू हो रही है। इसे लेकर सियासी दल एक्शन मोड में है। छत्तीसगढ़ के पूर्व कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने धान खरीदी अच्छी तरह हो इसको लेकर शुभकामनाएं दी हैं। बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि, हमेशा प्रदेश का किसान परेशान होता आया है। बारदाने की दिक्कत रही है, राइस मिलर को पेमेंट नहीं किए गए। इस बार किसान परेशान न हो इसके लिए मैं शुभकामनाएं देता हूं।
दूसरी तरफ शुक्रवार देर शाम धान खरीदी के लिए मंत्रिमंडल की उपसमिति की बैठक भी की गई। खाद्य मंत्री अमरजीत भगत की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में आगामी खरीफ वर्ष के किसानों के पंजीयन की व्यवस्था, धान खरीदी कस्टम मिलिंग, बातदानों की उपलब्धता जैसे मामलों पर चर्चा की गई। मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि सभी तैयारियां पूरी की जा रही है। 1 नवंबर से धान खरीदी व्यवस्थित ढंग से हो इसके सभी इंतजाम किए जा रहे हैं। इस बार 110 लाख मैट्रिक टन धान की खरीदी का लक्ष्य रखा गया है। 2 दिन पहले भारतीय जनता पार्टी ने धमतरी के गंगरेल रिजॉर्ट में एक बैठक की। पार्टी के नेताओं ने इसे गोपनीय बैठक बताकर सियासी सनसनी मचा दी। सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में धान खरीदी को लेकर भी चर्चा की गई है । प्रदेश में किसान अधिक हैं, इसलिए यह बड़ा सियासी मुद्दा बनता है। भाजपा धान खरीदी के मामले में प्रदेश सरकार को घेरने की रणनीति भी बना रही है।