अनुकम्पा नियुक्ति के लिए कलयुगी बेटे ने पिता, मां और दादी को सुलाई मौत की नींद, 2 दिन तक जलाता रहा लाश, ऐसे खुला ‘खूनी’ राज…

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महासमुंद। छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले से दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. सिंघोड़ा थाना इलाके में माता-पिता और दादी की नृशंस हत्या का मामला पुलिस ने सुलझा लिया है. हत्या के जुर्म में बड़े बेटे उदित भोई को सिंघोडा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

बता दें कि, सिंघोडा थाना के ग्राम पुटका निवासी शिक्षक प्रभात भोई उनकी पत्नी और वृद्ध मां की हत्या कर जला देने का मामला सामने आया था. मामला काफी संगीन था, जिसमें मृतक परिवार के लापता होने, फिर उनकी हत्या कर जलाए जाने का मामला था. लेकिन पुलिस को मृतक प्रभात भोई को उनके परिवार के सदस्यों के शव बरामद नहीं हुए थे. लेकिन घर की बॉडी में राख मिली थी. इस राख में ही कुछ हड्डियों के अवशेष मिले थे, जिससे यह अनुमान लगाया गया कि तीनों की हत्या कर उनके शवों को जला दिया गया होगा।

वहीं राख में हड्डियों के अवशेष मिलने पर पुलिस ने मृतक दम्पत्ति के बड़े बेटे उदित भोई को थाना बुलाकर उससे पूछताछ की. लेकिन उदित पुलिस के सभी प्रश्न आसानी से काट रहा था और यह कहता कि, मैंने हत्या की है तो कोई सबूत बताओ. आरोपी की इस भाषा से पुलिस को भी उदित से सच उगलवाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी. लेकिन पुलिस ने जब सख्ती से पूछताछ की तो उसने हत्या की पूरी कहानी पुलिस के सामने उगल दी।

कातिल बेटे ने पुलिस को बताया कि, 8 मई को बसना से किसी अन्य व्यक्ति के मोबाइल से अपने पिता को कॉल कर अपने मोबाइल के खराब होने के कारण नया मोबाइल लेने पैसे मांगे थे. जिसके बाद पिता ने पैसे दिए. वहीं जब दोबारा उसने अपने पिता से पैसे मांगे तो देने से मना कर दिया. जिसके बाद उसने 8 मई को पहले अपने पिता की हत्या की. इसके बाद मां और दादी को भी मार डाला. तीन हत्याओं के बाद शव ठिकाने लगाने उसने सेनेटाइजर का उपयोग कर शव जलाने का प्रयास किया. शव जलाने के लिए आरोपी ने घर के बिस्तर पिल्लों कवर सहित अन्य ज्वलनशील वस्तुओं का उपयोग कर शव जला दिया. इतना ही नहीं आरोपी ने शव जलाने का काम दो दिनों तक किया।

हत्या के बाद गुमशुदगी की सूचना
महासमुंद जिले के सिंघोड़ा थाना इलाके के पुटका निवासी 24 साल के युवक उदित भोई पिता प्रभात भोई नेअपने माता-पिता और दादी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. रिपोर्ट के मुताबिक उसने पुलिस को बताया था कि, उसके पिता, मां और दादी रायपुर इलाज के लिए गए हुए थे. जो घर नहीं लौटे हैं.

उधर पुलिस भी एक परिवार के 3 लोगों के लापता होने की सूचना पर उनके घर जांच के लिए गई. पुलिस को सूचना मिली कि, प्रभात भोई का मोबाइल कुछ देर के लिए चालू था उनका मैसेज आया है. इधर 16 मई को पुलिस की टीम जब प्रभात भोई के घर पहुंची तो पाया कि, वहां उनका मोबाइल घर में ही था और घर की तलाशी लेने पर कमरे में लाश और घर के बाहर कुछ जगह खून की छीटे और जले हुए निशान मिले. शक के आधार पर पुलिस ने उदित भोई को हिरासत में लेकर पूछताछ की. गहन पूछताछ के बाद आरोपी उदित ने अपना जुर्म कबूला लिया।

उदित से पड़ोसी भी डरते थे
ग्राम पुटका में प्रभात भोई का घर ग्राम के मुहाने पर ही है. घटना के दिन कुछ ग्रामीणों ने घर से धुंआ उठते देखा भी था, चूंकि घर मे अकेला उदित ही रहता था. जो कि साइको था और अधिकांश समय नशे में ही रहता था. लिहाजा आस पड़ोस के ग्रामीण उससे भयभीत रहते थे. शायद इसीलिए किसी भी आसपड़ोस वालों ने घटना के राज को दबे रहने दिया और किसी ने भी मुंह खोलने की हिम्मत नहीं की।

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