बालोद| जिले के डौंडीलोहारा विधानसभा क्षेत्र की पूर्व विधायक व राजपरिवार की बहू नीलिमा टेकाम का बुधवार को आकस्मिक निधन हो गया, जिसके बाद राजनीतिक जगत में शोक की लहर है। बीजेपी, कांग्रेस सहित अन्य राजनीतिक दलों के लोग उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे।
नीलिमा टेकाम को साल 2008 में पहली बार बीजेपी ने विधानसभा चुनाव में टिकट दिया था। जिसमें जीत दर्ज कर वे विधायक बनी थीं। इससे पहले वे अविभाजित दुर्ग के समय भूमि विकास बैंक की जिला उपाध्यक्ष भी रहीं। 2009-10 में महिलाओं एवं बालकों के कल्याण संबंधी समिति एवं शासकीय आश्वासनों संबंधी समिति की सदस्य रहीं। इसके बाद नीलिमा टेकाम को 2011 में गैर सरकारी सदस्यों के विधेयकों और संकल्पों संबंधी समिति एवं समनाया प्रयोजन समिति का सदस्य बनाया गया।
नीलिमा टेकाम लंबे समय से बीमार थीं। उन्हें डायबिटीज समेत कई अन्य स्वास्थ्य समस्याएं थीं। अचानक तबियत बिगड़ने पर उन्हें बुधवार सुबह डौंडीलोहारा शासकीय अस्पताल लाया गया, जहां डाक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पति और बड़े बेटे के निधन के बाद से तनाव में रहती थीं
नीलिमा टेकाम का जन्म 1 अगस्त 1970 को मध्यप्रदेश के सिवनी जिले के सरेखा ग्राम में हुआ था। उनकी शादी लाल महेंद्र सिंह टेकाम से 20 सितंबर 1990 में हुई थी, जो डौंडीलोहारा के राजा साहब कहे जाते थे। दो साल पहले ही नीलिमा टेकाम के पति और पूर्व विधायक राजा लाल महेंद्र सिंह टेकाम का निधन हुआ था। उनका निधन भी बीमारी के कारण हो गया था। महेंद्र सिंह टेकाम भी 2003 में बीजेपी के टिकट पर विधायक चुने गए थे। 2008 में बीजेपी ने उनकी पत्नी नीलिमा टेकाम को टिकट दिया था।
नीलिमा टेकाम के बड़े बेटे लाल गजेंद्र सिंह टेकाम का निधन पति के निधन के ठीक एक साल पहले हो गया था। पति और बेटे की मौत के बाद से नीलिमा अवसाद में चली गई थीं। उन्होंने लोगों से भी मिलना-जुलना कम कर दिया था।