०० कपसदा गांव में एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या के मामले का दुर्ग पुलिस ने किया खुलासा
०० कुम्हारी में चलती थी ‘मस्ती‘ की बाड़ी, लड़कियों को मोहनी दवाई से करते थे कंट्रोल, रात भर छलकता था जाम
रायपुर| कपसदा गांव में एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या के मामले का दुर्ग पुलिस ने खुलासा किया है। पुलिस ने जब आरोपियों के यहां से जब्त माल और कैश को मीडिया के सामने रखा तो सभी की आंखें फटी की फटी रह गई। आरोपी मृतक भोलाराम यादव के घर से 7 लाख 92 हजार 400 रुपए कैश और बड़ी मात्रा में सोने चांदी के आभूषण और महंगे कपड़े लूटने पहुंचे थे।
एसपी दुर्ग डॉ. अभिषेक पल्लव ने भी इस बात को स्वीकार किया कि इतनी बड़ी मात्रा में कैश, सोना, चांदी और महंगे कपड़े किसी आम सब्जी बेचने वाले के यहां नहीं हो सकता है। एसपी ने खुलासा करते हुए बताया कि भोलाराम अपनी बाड़ी में वीकली पार्टी ऑर्गनाइज करता था। इसमें बड़ी संख्या में लोग आते थे। लड़कियां भी बुलाई जाती थीं। शराब और जुआ पार्टी चलती थी। इससे भोलाराम काफी पैसा कमा रहा था। पुलिस की पूछताछ में भोलाराम के छोटे भाई किस्मत ने बताया कि भोलाराम गलत तरीके से इतनी कमाई कर रहा था कि उसने ट्रैक्टर, जमीन और बड़ी मात्रा में सोने चांदी के आभूषण खरीदा था। किस्मत उससे पैसे मांगता तो वह नहीं देता था। भोलाराम और उसका मित्र आकाश मांझी ओड़िशा से मोहनी दवाई लाते थे और उसी से लड़कियों को कंट्रोल में करके मस्ती करते थे।
कुछ समय पहले आकाश और भोलाराम का झगड़ा हुआ था इससे किस्मत ने आकाश से दोस्ती बढ़ा ली। इस दौरान आकाश ने किस्मत को बताया कि वह और भोलाराम ओडिशा में घुरकोटी के बाबा से मोहनी दवा लाते थे और लड़कियों को वश में करते थे। ये जानने के बाद किस्मत ने भी मोहनी दवा लाने की बात कही। इस पर आकाश ने 15 हजार रुपए लगने की बात कही थी। किस्मत भोलाराम से उसी के लिए रुपए मांगने गया था। भोलाराम ने मना कर दिया तो उसने उसकी हत्या का प्लान बनाया। इसके बाद किस्मत, आकाश और टीकम दास धृतलहरे ने साथ बैठकर शराब पी। उसके बाद वह लोग कुल्हाड़ी, सब्बल और फसल काटने का पट्टा लेकर गए और भोलाराम, उसकी पत्नी नैला और 12 साल के बेटे व 7 साल की बेटी की बेरहमी से हत्या कर दी।