रीवा। शहर के चोरहटा थाना क्षेत्र में बंकुइया में मंगलवार सुबह भीषण सड़क हादसा हो गया, जिसमें चार युवकों की दर्दनाक मौत हो गई। एक युवक की हालत गंभीर है, जिसे इलाज के लिए संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया है। ट्रक की चपेट में आने से चारों के शव टुकड़े-टुकड़े हो गए।
हादसे के बाद आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने जेरूका में चक्काजाम कर दिया। घटना के बाद भट्टा चौराहे से लेकर 5 किलोमीटर तक आवागमन पूरी तरह से ठप रहा। मृतकों की पहचान आशीष साकेत 24, शिवबहादुर साकेत 31, सागर साकेत 20 और नवीन साकेत 28 के रूप में हुई।
सभी एक ही बाइक पर सवार होकर जा रहे थे, जब तेज रफ्तार ट्रक ने उन्हें कुचल दिया। परिजनों ने आरोप लगाया कि ट्रक चालक की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ है।
गरीब होने के कारण उपेक्षा का आरोप
मृतकों के परिजनों ने आरोप लगाया कि गरीब होने के कारण उनके बच्चों के शव घंटों तक सड़क पर पड़े रहे। उनको कोई उठाने तक नहीं आया। मृतक आशीष की दादी कलाबाई साकेत ने बताया कि खनिज माफियाओं के ट्रक बस्ती से तेज रफ्तार में गुजरते हैं, जिससे दुर्घटनाएं होती हैं। उन्होंने प्रशासन पर लापरवाही और गरीबों के साथ भेदभाव का आरोप लगाया।
मृतकों के परिजनों का आरोप है कि अगर किसी अमीर परिवार के बच्चे होते, तो लाशें तुरंत हटा ली जातीं। यहां पांच घंटे तक सड़क पर शव टुकड़ों में बिखरे रहे।
मृतक के चाचा रमेश साकेत ने भावुक होकर कहा कि सुबह 9 से लेकर दोपहर 2 बजे तक मेरे जिगर के टुकड़े का शव सड़क पर यूं ही पड़ा रह गया। ना हमें लाश को उठाने दिया गया। ना ही प्रशासन ने उठाई। हर कोई तमाशा देखता रहा। हम सड़क पर बैठकर सिर पीटते रहे। लोग तमाशा देखते रहे। गरीब का दर्द दर्द नहीं होता क्या।
एक ही बाइक पर सवार थे पांच लोग
सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए संजय गांधी अस्पताल भेजा। पुलिस ने बताया कि एक ही बाइक पर 5 लोग सवार थे, जो ट्रक की चपेट में आ गए। मामले में आगे की वैधानिक कार्रवाई की जा रही है। ग्रामीणों ने भी इलाके में खनिज माफियाओं के ट्रकों पर नियंत्रण लगाने की मांग की है, जिससे भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाओं को रोका जा सके।