रायपुर : छत्तीसगढ़ में धान खरीदी तिहार का उत्साह दिनों दिन परवान चढ़ता जा रहा है। राज्य में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी शुरू हुए अभी 5 दिन हुए हैं, इसके बावजूद भी उपार्जन केन्द्रों में धान की आवक तेज हो गई है। सरगुजा जिले के उपार्जन केंद्रों में धान खरीदी प्रक्रिया जोर-शोर से जारी है। अम्बिकापुर विकासखंड के नमनकला उपार्जन केंद्र में ग्राम पंचायत किशुननगर के किसान श्री सेदु राम ने अपना धान विक्रय कर वहां की खरीदी व्यवस्था पर प्रसन्नता जताई है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष की व्यवस्था पूर्व वर्षों की तुलना में अधिक सुचारु, पारदर्शी और किसान हितैषी है।
किसान सेदु राम के पास कुल 4 एकड़ कृषि भूमि है, जिसमें वे 3 एकड़ में धान की खेती करते हैं। उन्होंने इस खरीफ विपणन वर्ष में 36 क्विंटल 60 किलो धान विक्रय हेतु पंजीकृत कराया है। उन्होंने 15 नवंबर को ऑनलाइन टोकन प्राप्त किया तथा आज प्रथम टोकन में ही 16 क्विंटल धान बेचने उपार्जन केंद्र पहुंचे। केंद्र में तुलाई, नमी परीक्षण एवं अन्य प्रक्रियाएँ बिना किसी देरी और व्यवधान के पूर्ण हुईं।
श्री सेदु राम ने बताया कि राज्य शासन द्वारा 3100 रुपए प्रति क्विंटल धान का मूल्य दिए जाने से किसानों को आर्थिक लाभ हो रहा है। इससे खेती-किसानी अधिक लाभकारी एवं स्थिर हुई है। उन्होंने कहा कि समय पर टोकन, गुणवत्तापूर्ण बारदाना तथा उपार्जन केंद्र में उपलब्ध सुव्यवस्थित सुविधाएँ किसानों के लिए बड़ी राहत हैं। उन्हें प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत प्रति वर्ष 6000 रुपए की राशि प्राप्त होती है, जिससे बीज, खाद तथा अन्य कृषि कार्यों में बहुत सहयोग मिलता है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि शासन की किसान केंद्रित नीतियों और धान के बढ़े हुए मूल्य ने ग्रामीण किसानों की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ किया है।
