रायपुर। सुकमा जिले के कोंटा में नक्सलियों द्वारा किए गए आईईडी विस्फोट में शहीद एएसपी आकाश राव गिरपुंजे को माना स्थित चौथी वाहिनी में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम सलामी दी गई. इस दौरान मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के साथ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा और अरुण साव ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके पार्थिव शरीर को कांधा दिया.
माना स्थित चौथी वाहिनी में आयोजित कार्यक्रम से पहले राजधानी निवास स्थित चंगोराभाठा स्थित निवास से सजे-धजे रथ से अंतिम यात्रा निकली, यात्रा में सैकड़ों लोग शामिल हुए. शहीद के अंतिम दर्शन करने लोग रास्ते में खड़े होकर उन्हें नमन करते हुए नजर आए. चौथी वाहिनी में शहीद को मुख्यमंत्री विष्णु देव साय सहित विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा, अरुण साव, मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े सहित पुलिस के तमाम आला अधिकारी ने श्रद्धांजलि अर्पित की.
शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी : सीएम साय
सीएम विष्णुदेव साय ने शहादत को नमन करते हुए कहा- शहीद आकाश राव गिरपुंजे को श्रद्धांजलि दी गई। उनकी शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी। छत्तीसगढ़ में नक््सलवाद अंतिम सांस ले रहा है। नक्सलवाद का खत्मा निश्चित है। नक्सलियों की बौखलाहट खुलकर सामने आ रही है।
उल्लेखनीय है कि, सुकमा में नक्सलियों ने ठेकेदार के पोकलेन मशीन को आग के हवाले कर दिया था। एएसपी आकाश राव, एसडीओपी और अन्य अधिकारियों के साथ घटनास्थल का मुआयना करने पहुंचे थे। इस दौरान वे नक्सलियों के प्रेशर आईईडी की चपेट में आ गए।
‘छ.ग पुलिस के बहादुर अफसर
बता दें कि, शहीद एएसपी आकाश राव गिरपुन्जे का जन्म 7 फरवरी 1983 को रायपुर में हुआ। अपनी कड़ी मेहनत से वे 2013 बैच के सीधी भर्ती प्रक्रिया से डीएसपी बनें। भर्ती दिनांक से प्रशिक्षण अवधि तक सुभाष चन्द्र बोस पुलिस अकादमी चन्दखुरी, रायपुर, जिला कांकेर, राजनांदगांव (मानपुर-मोहला), दुर्ग, रायपुर, महासमुन्द और सुकमा (कोटा) में तैनात रहे।