रायपुर : कोल स्कैम में फंसी आइएएस रानू साहू को आज मंगलवार 25 जुलाई को तीन दिन की रिमांड खत्म होने के बाद ईडी की टीम ने विशेष न्यायाधीश अजय सिंह राजपूत की कोर्ट में पेश किया। रानू साहू को 10 दिन के लिए 4 अगस्त तक के लिए न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है। स्पेशल जज अजय सिंह राजपूत की कोर्ट ने ये आदेश जारी किए है। इस मामले में अगली सुनवाई 4 अगस्त को होगी। बता दें कि रिमांड के दौरान ईडी के अधिकारियों ने रानू साहू से मिली डायरी, मोबाइल चैट के बारे में पूछताछ की है।
कोल के अवैध परिवहन मामले में अब तक चार अफसरों सहित कुल 14 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। बता दें इससे पहले शुक्रवार 21 जुलाई को ईडी की टीम ने आइएएस रानू साहू के निवास में छापा मारा था। इसके बाद 22 जुलाई शनिवार को सुबह आठ बजे रानू साहू को ईडी दफ्तर में पूछताछ के लिए बुलाया गया। आइएएस रानू साहू पर कोयला परिवहन से लेकर डीएमएफ और सार्वजनिक खाद्य वितरण (पीडीएस) में भ्रष्टाचार करने का आरोप है। रानू साहू छत्तीसगढ़ की दूसरी IAS ऑफिसर हैं जिन्हें प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार किया। इससे पहले आइएएस समीर विश्नोई गिरफ्तार हो चुके हैं और कोयला घोटाला मामले में फिलहाल रायपुर की सेंट्रल जेल में बंद हैं। रानू साहू वर्तमान में कृषि विभाग में संचालक के पद पर पदस्थ थीं। इससे पहले रानू रायगढ़ जिले की कलेक्टर रह चुकी हैं।
जानिए कौन है रानू साहू
रानू साहू साल 2005 में डीएसपी बनी थीं। रानू साहू ने ग्रेजुएशन के बाद पुलिस की तैयारी करने फॉर्म भर दिया था। हाईकोर्ट ने रिज्ल्ट पर रोक लगा दी थी लेकिन जब दोबारा रिजल्ट घोषित किया गया तो वो पास हो गई और रैंक के हिसाब से रानू साहू को डीएसपी का पद दिया गया। पुलिस की सर्विस के साथ ही उन्होंने IAS की भी तैयारी जारी रखी। 2010 में उन्होंने यूपीएससी क्ल्यिर कर आईएएस सलेक्ट हुई। छत्तीसगढ़ में अब तक वे चार जिलों की कलेक्टर रह चुकी हैं।
कांकेर, बालोद, कोरबा, रायगढ़ के बाद अभी फिलहाल रानू साहू के पास मंडी बोर्ड की एमडी और डायरेक्टर एग्रीकल्चर का पोस्ट हैं। कोरबा के मंत्री जय सिंह अग्रवाल की नाराजगी के बाद उन्हें कोरबा से हटाकर रायगढ़ भेजा गया। इससे पहले वे बिलासपुर नगर निगम कमिश्नर, हेल्थ डायरेक्टर, जीएसटी कमिश्नर, छत्तीसगढ़ पर्यटन बोर्ड की एमडी जैसे कई दायित्वों का निर्वहन कर चुकी हैं। उनके पति जयप्रकाश मौय डायरेक्टर माईनिंग के साथ ही छत्तीसगढ़ माईनिंग कारपोरेशन के एमडी और टाउन एंड कंट्री प्लानिंग के डायरेक्टर हैं।
संपत्ति अटैच की गई थी
दो महीने पहले कोल मामले में ED ने आईएएस अफसर, कोल कारोबारी और कुछ कांग्रेसी विधायकों की संपत्ति अटैच की थी। तब प्रदेश में 90 चल अचल संपत्तियों को अटैच किया गया है। जिनमें लग्जरी गाड़ियां, ज्वेलरी और नगद शामिल है। कुल 51. 40 करोड़ की संपत्ति को बरामद किया गया है। यह बरामदगी आईएएस रानू साहू, सहित अन्य से की गई थी। यह कोयला घोटाला से जुड़ा हुआ मामला है। ईडी की तरफ से कहा गया है कि इस मामले में अब तक 221.5 करोड़ के आसपास की संपत्ति अटैच की जा चुकी है।