रायपुर : छत्तीसगढ़ के दुर्ग रेलवे स्टेशन पर दो नन की गिरफ्तारी को लेकर दिल्ली तक हंगामा मचा हुआ है. इसे लेकर 28 जुलाई को संसद के बाहर युऍफ़डी के सांसदों ने विरोध भी किया. वहीं, एआईसीसी के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने सीएम साय को पत्र लिखा है, जबकि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हमला बोला है. अब इस मामले में सीएम विष्णु देव साय की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है. साथ ही उन्होंने राहुल गांधी के ट्वीट पर पलटवार भी किया है.
सीएम साय की पहली प्रतिक्रिया आई सामने
इस मामले में सीएम विष्णु देव साय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पहली प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने लिखा- ‘नारायणपुर की तीन बेटियों को नर्सिंग की ट्रेनिंग दिलाने और उसके पश्चात जॉब दिलाने का वादा किया गया था. नारायणपुर के एक व्यक्ति के द्वारा उन्हें दुर्ग स्टेशन पर दो ननो को सुपुर्द किया गया, जिनके द्वारा उन बेटियों को आगरा ले जाया जा रहा था. इसमें प्रलोभन के माध्यम से ह्यूमन ट्रैफिकिंग करके मतांतरण किए जाने की कोशिश की जा रही थी.
यह महिलाओं की सुरक्षा से सबंधित गंभीर मामला है. इस मामले में अभी जांच जारी है. प्रकरण न्यायालीन है और कानून अपने हिसाब से काम करेगा. छत्तीसगढ़ एक शांतिप्रिय प्रदेश है, जहां सभी धर्म-समुदाय के लोग सद्भाव से रहते हैं. हमारी बस्तर की बेटियों की सुरक्षा से जुड़े मुद्दे को राजनीतिक रूप देना बेहद दुर्भाग्यजनक है.’
राहुल गांधी पर किया पलटवार
इसके अलावा सीएम विष्णु देव साय ने राहुल गांधी की पोस्ट पर पलटवार भी किया है. राहुल गांधी ने X पर लिखा था- ‘यह न्याय नहीं, भाजपा-आरएसएस का गुंडा राज है.’ इस पर पलटवार करते हुए सीएम साय ने कहा- ‘ऐसा कुछ नहीं है. उनको इसकी वास्तविकता में जाना चाहिए. उनको यहां तक जाना चाहिए कि किस कारण से यह कार्रवाई हुई है.’
बता दें कि इस मामले को लेकर केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने पीएम मोदी को पत्र लिखा है. वहीं, संसद में भी युडीऍफ़ के सांसदों ने विरोध किया. इसके अलावा राहुल गांधी और केसी वेणुगोपाल ने भी सवाल उठाए हैं.