पिछले डेढ़ साल में कोई भी भर्ती परीक्षा बिना गड़बड़ी के नहीं हुए, क्या यही है यूपीएससी पैटर्न वाली मोदी की गारंटी? : कांग्रेस

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वनरक्षक, पुलिस आरक्षक, आरआई प्रमोशन घोटाले के बाद अब पीडब्ल्यूडी इंजीनियर भर्ती परीक्षा में हाईटेक नकल

रायपुर : पीडब्ल्यूडी के सब इंजीनियर भर्ती परीक्षा में कैमरा और वॉकी टॉकी लेकर नकल की घटना पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा है कि जीरो टॉलरेंस की बात करने वाली भाजपा सरकार आकंठ भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। छत्तीसगढ़ के युवाओं के सरकारी नौकरी में रोजगार के अधिकार को बोली लगाकर बेचने का काम यह सरकार कर रही है। भर्ती परीक्षाओं में गड़बड़ी भाजपा सरकार के संरक्षण में ही हो रहा है, नकल कराने वाले लोग सत्ता के संरक्षण में रैकेट चला रहे हैं। पीडब्ल्यूडी सब इंजीनियर भर्ती परीक्षा में नकल करते पकड़े गये छात्रों के संदर्भ में बेहद गंभीर तथ्य उजागर हो रहे है। भर्ती प्रक्रिया से संबंधित पीडब्लूडी विभाग डिप्टी सीएम अरुण साव का है जो बिलासपुर जिले से ही आते है, जहां सेंटर था, और नकल करते पकड़े गए परीक्षार्थी मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के गृह जिले से हैं, मंत्री और मुख्यमंत्री की संलिप्तता की उच्च न्यायालय के वर्तमान जजों की न्यायिक कमेटी या केंद्रीय एजेंसी से किया जाना चाहिए। बिलासपुर सेंटर के हाईटेक नकल का यह मामला एनएसयुआई के छात्र नेताओं ने पकड़ा, भाजपा की सरकार ने उल्टे उन्हीं छात्रों नेताओं पर जुर्म दर्ज कर दिया है। प्रदेश के लाखों बेरोजगार युवाओं का भरोसा खो चुकी है यह सरकार। क्या यही विष्णु का तथाकथित सुशासन है? क्या यही है यूपीएससी पैटर्न वाली मोदी की गारंटी? सब इंजीनियर परीक्षा के नकलचियों पर रिपोर्ट दर्ज करने में देरी क्यों की गयी?

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज कहा है कि पिछले 18 महीनों के दौरान जितनी भी भर्ती परीक्षाएं हुई है, लगभग सभी में गड़बड़ियां उजागर हुई है लेकिन अब तक न किसी भर्ती परीक्षाओं को निरस्त किया गया और ना ही किसी पर ठोस कार्यवाही हुई है, इसका साफ मतलब है कि सरकारी नौकरियों को बेचने का पूरा खेल सत्ता के संरक्षण में ही हो रहा है। पुलिस और फॉरेस्ट में भर्ती के दौरान डिजिटल सिस्टम का झांसा देकर हैदराबाद की आईटी कंपनी को षडयंत्र पूर्वक भर्ती प्रक्रिया में शामिल किया गया ताकि अपने चहेतों को उपकृत किया जा सके। ऐन वक्त पर डिजिटल सिस्टम को ऑफ लाइन करवा दिया गया, पीड़ितों की गुहार और पारदर्शिता को लेकर उठे सवाल को भाजपा सरकार ने कुचल दिया और कुछ छोटे कर्मचारियों पर दिखावे की कार्यवाही करके पूरे मामले की लीपापोती कर दी, यही नहीं मामला उजागर होने के बावजूद भी हैदराबाद के इसी कंपनी को बाकी जिलों में भी काम दिया गया। वनरक्षक भर्ती प्रक्रिया में शारीरिक नाप जोख और फिजिकल के अंकों में हेरफेर किए गए, राजनांदगांव पुलिस आरक्षक भर्ती घोटाला सर्वविदित है, आरआई प्रमोशन घोटाले के बाद अब पीडब्ल्यूडी इंजीनियर भर्ती परीक्षा में हाईटेक नकल का मामला भाजपा सरकार के कुशासन और भ्रष्टाचार का प्रमाण है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा है कि 2023 के विधानसभा चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश के युवाओं से वादा किया था कि छत्तीसगढ़ में सरकारी नौकरियों में भर्ती की परीक्षाएं यूपीएससी की पैटर्न पर किया जाएगा, लेकिन किए उल्टा जो जिस व्यक्ति पर पूरे देश में नीट की परीक्षा में गड़बड़ी का आरोप है, जिसके रहते लाखों मेडिकल छात्रों का भविष्य खराब हुआ, देश की बदनामी हुई उसे लाकर छत्तीसगढ़ राज्य सेवा आयोग के ऊपर बैठा दिया गया। भाजपा का षड्यंत्र उजागर हो चुका है, पिछले डेढ़ साल में कोई भी भर्ती परीक्षा बिना गड़बड़ी के संपन्न नहीं हुई है, तथ्यों के साथ आरोप लगे, पर निष्पक्ष जांच अब तक नहीं की गई। इस सरकार का रवैया शुतुरमुर्ग के समान है।

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