रायपुर। छत्तीसगढ़ के मैनपाट में चल रहे भाजपा के प्रशिक्षण शिविर का अंतिम दिन है। इस दौरान भाजपा मुख्य प्रवक्ता और विधायक अजय चंद्राकर ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय के राष्ट्रहित में किए गए संघर्षों पर विचार प्रस्तुत किए। जिसमें उन्होंने उपाध्याय के राष्ट्र प्रेम, सांस्कृतिक चेतना और सुशासन को बताया। साथ ही भाजपा के सभी सांसद- विधायकों को भी उनके आदर्शो पर चलने के लिए प्रेरित किया।
भाजपा मुख्य प्रवक्ता अजय चंद्राकर ने कहा- आज जब देश लोकतंत्र के नए युग की ओर अग्रसर है, तब यह आवश्यक हो गया है कि राजनीति राष्ट्र सेवा का प्रतिबिंब बने। इसी चिंतन को अपने जीवन में उतारने वाले महान राष्ट्चिंतक पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने भारतीय राजनीति को एक नई वैचारिक दिशा प्रदान की। उन्होंने राष्ट्र प्रेम, सांस्कृतिक चेतना और सुशासन के लिए पंच निष्ठा का सिद्धांत दिया।
चंद्राकर ने उपाध्याय के विचार किए प्रस्तुत
अजय चंद्राकर ने कहा- उपाध्याय जी के सिद्धांत प्रत्येक जनप्रतिनिधि और राजनीतिक संगठन के लिए एक प्रकाश स्तंभ के रूप में खड़ा है। जो स्थान शरीर में प्राण का होता है, वही स्थान राष्ट्र मं विराट का है। उपाध्याय जी ने इस विराट की चेतना के लिए अपने सम्पूर्ण जीवन को समर्पित कर दिया। आज आवश्यकता है कि हम सभी, इस महान संगठन के माध्यम से, राष्ट्र के विराट के लिए अपने जीवन को समर्पित करें।
उपाध्याय के विचार प्रकाश स्तंभ के रूप में है खड़ा
अजय चंद्राकर बोले- आज जब देश लोकतंत्र के नए युग की ओर अग्रसर है, तब यह आवश्यक हो गया है कि राजनीति राष्ट्र सेवा का प्रतिबिंब बने। इसी चिंतन को अपने जीवन में उतारने वाले महान राष्ट्रचिंतक पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने भारतीय राजनीति को एक नई वैचारिक दिशा प्रदान की। उन्होंने राष्ट्प्रेम, सांस्कृतिक चेतना और सुशासन के लिए पंच निष्ठा का सिद्धांत दिया जो आज भी प्रत्येक जनप्रतिनिधि और राजनीतिक संगठन के लिए एक प्रकाश स्तंभ के रूप में खड़ा है।