रायपुर : छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा बालिकाओं के समग्र विकास और सशक्तिकरण के लिए चलाए जा रहे प्रयासों का सकारात्मक प्रभाव अब दूरस्थ अंचलों और वनांचल क्षेत्रों तक भी तेजी से पहुँच रहा है। इसी पहल के तहत जिला कलेक्टर श्री देवेश कुमार ध्रुव के निर्देशन में मंगलवार को सुकमा जिले के वनांचल स्थित पोटाकेबिन मुरतोंडा में “मायद नुनी” (हमारी बेटियां) कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम कठिन भौगोलिक परिस्थितियों वाले क्षेत्रों की किशोरी बालिकाओं को मुख्यधारा से जोड़ने का महत्वपूर्ण माध्यम बन रहा है।
जिला महिला एवं बाल विकास विभाग एवं शिक्षार्थ टीम द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में बालिकाओं को शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य, स्व-सुरक्षा, गुड टच–बैड टच की समझ, मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन, साइबर सुरक्षा, डिजिटल माध्यमों के सुरक्षित उपयोग, कानूनी अधिकारों की जानकारी तथा निर्णय क्षमता विकास जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर प्रशिक्षण दिया गया।
कार्यक्रम में संरक्षण अधिकारी सुश्री मनीषा शर्मा सहित महिला एवं बाल विकास विभाग तथा तरंगिनी शिक्षार्थ की विशेषज्ञ टीम ने बालिकाओं को जीवन कौशल विकसित करने, आत्मविश्वास बढ़ाने और सामाजिक चुनौतियों का सामना करने हेतु प्रेरित किया।
“मायद नुनी” कार्यक्रम न केवल बालिकाओं को जागरूकता और सुरक्षा संबंधी जानकारी प्रदान कर रहा है, बल्कि उन्हें समाज में सम्मानपूर्वक आगे बढ़ने का मार्ग भी दिखा रहा है। सुकमा जिला प्रशासन की यह पहल राज्य के दूरस्थ एवं वनांचल क्षेत्रों में बालिका सशक्तिकरण को नई दिशा प्रदान कर रही है और समग्र विकास की ओर एक प्रभावी कदम सिद्ध हो रही है।
