रायपुर : प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने पत्रकारों से चर्चा करते हुये कहा कि तीन बार सरकार चलाने का अवसर मिलने के बाद भी भाजपा और मोदी देश के नागरिकों की आकांक्षाओं को पूरा करने में असफल साबित हुये है। रोजगार, अर्थव्यवस्था, शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, विदेश नीति, राष्ट्रीय सुरक्षा सभी में मोदी सरकार की नीतियों ने देश को निराश किया। मोदी सरकार के 11 सालों के अपने कार्यकाल में हर क्षेत्र में विफल साबित हुई, बात पांच ट्रिलियन इकोनामी करते है लेकिन प्रति व्यक्ति आय में भारत दुनिया के 10 देशों में कही नहीं है। डॉलर के बदले रुपये की कीमत घटती जा रही है, 1 डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत 86 रू. हो गयी है। 2024 के ग्लोबल हंगर इंडेक्स में 127 देशों में भारत 105 वें स्थान पर है।
देश की विकास दर 6.5 से कम है, जो कोविड के बाद सबसे कम है। मेक इन इंडिया फेक इन इंडिया साबित हुआ। व्यापार संतुलन बुरी तरह से बिगड़ा है, निर्मात घटा है और आयात पर निर्भरता बढ़ी है, घरेलू उद्योग चौपट हो गये एमएसएमई का बुरा हाल है। स्टार्टअप इंडिया अब शटर डाउन इंडिया बन गया है। 2024 में 12700 से अधिक र्स्टाटअप बंद हो गये। विकसित भारत भारत की बात करते थे हकीकत है कि विकसित भारत बनाम वंचित भारत का संघर्ष चल रहा। देश की कुल संपत्ति का 40 प्रतिशत हिस्सा चोटी के 1 प्रतिशत लोगों के पास है। निचले आबादी के 50 प्रतिशत लोगों के पास मात्र 3 प्रतिशत दौलत है।
नोटबंदी के समय कहा इससे आतंकवाद खत्म होगा आतंकवाद तो खत्म नहीं हुआ, रोजगार, व्यापार, उद्योग जरूर खत्म हो गये। राष्ट्रीय सुरक्षा, कानून व्यवस्था मोदी सरकार के 11 साल सालो में बर्बाद हो गयी। मणिपुर जल रहा, प्रधानमंत्री मोदी नजर चुराते है। पहलगाम हत्याकांड में खुफिया इनपुट को मोदी सरकार ने नजरअंदाज किया, ऑपरेशन सिंदूर का संघर्ष विराम अमेरिकी राष्ट्रपति के घोषणा के बाद किया गया। डोनाल्ड ट्रंप लगातार 12 बार दावा करते है युद्ध विराम उन्होंने कराया, मोदी सरकार मौन है। चीन, भारत की जमीन पर कब्जा करता है लेकिन चीन के साथ भारत का व्यापार 99 अरब डालर का आंकड़ा पार कर चुका है।
हमारी स्थापित विदेश नीति समाप्त हो गयी बंगलादेश, नेपाल जैसे देश हमसे दूर हो गये श्रीलंका म्यांमार पर चीन ने अपनी पकड़ मजबूत कर ली, हम दुनिया में अलग थलग पड़ते जा रहे है। अमेरिका में भारतीय नागरिको छात्रों के साथ अपराधियों जैसे व्यवहार किया जा रहा, प्रधानमंत्री और भारत सरकार प्रतिरोध नहीं कर पा रही है। 11 साल में मोदी सरकार चुनाव में किये वादे को पूरा करने में फेलियर साबित हुई है। 100 दिन में काला धन लाने का वादा 11 सालों में पूरा नहीं हुआ। किसानों की आय दुगनी करने का वादा जुमला साबित हुआ, समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी आज तक लागू नहीं हो सकी, 55 प्रतिशत किसान कर्ज के जाल में फंसे है।
अच्छे दिन के सपने दिखा कर और 15-15 लाख रूपए खाता में आने का सब्जबाग दिखाकर 100 दिन में महंगाई कम करने का वादा कर जनता का वोट लेने के बाद मोदी सरकार वोट देने वाली जनता की मूल जरूरत दूध, दही, चावल, दाल, गेहूं, आटा बेसन, पुस्तक, कॉपी, स्टेशनरी, हवाई चप्पल पर ही टैक्स वसूल रही है। पेट्रोल, डीजल पर मनमाना एक्साइज ड्यूटी लगा कर 27 लाख करोड़ रूपए जनता की जेब से निकाल लिया गया। 35 रू. में पेट्रोल देने का वादा कर 35 रू. एक्साईज वसूल रहे है।
रसोई गैस के दाम में मनमाना वृद्धि कर लूटमार की जा रही है। हर साल दो करोड़ युवाओं के लिये रोजगार का वादा मोदी ने 2014 में किया था, लेकिन 11 सालों में रोजगार के अवसर समाप्त कर दिये गये। जीएसटी नोटबंदी के कारण नौकरियां कम हो गयी। भाजपा के नेता बढ़ती महंगाई, बढ़ती बेरोजगारी पर चर्चा करने से भाग रहे है। देश की जनता का महंगाई से बुरा हाल है। घरेलू बचत ऐतिहासिक तौर पर न्यूनतम स्तर पर आ गई है।केंद्र में बैठी सरकार मात्र 2 लोग अडानी, अंबानी की आय बढ़ाने के लिये कर रही है।देश की अर्थव्यवस्था डूबने की कगार पर है, बैंक डूब रहे है, एलआईसी डूब रहे है, सरकारी कंपनियां बिक रही है, आम लोगों के रोजगार छीने जा रहे हैं, महंगाई का प्रकोप घर-घर में दिख रहा है पर जवाब देने से बचने के लिए भाजपा का नेता धर्म से धर्म को लड़ा कर, जात से जात को लड़ा कर वैमनस्यता फैलाकर राजनीतिक रोटी सेक रहे है।
भाजपा सरकार बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी को नियंत्रित करने में असफल और नकारा साबित हुई है। अभी हाल ही में देश भर में हुई सर्वे में एक बात सामने आई है कि मोदी सरकार की गलत नीतियों, रोजगार देने में असफलता, पेट्रोल, डीजल में मनमाना एक्साइज ड्यूटी, रेल यात्रा का महंगा होना, सड़कों पर टोल टैक्स के दरों में वृद्धि एवं आवश्यक वस्तुओं पर भी लगाई गई जीएसटी के चलते आम लोगों के आय एवं बचत घटी है।
डबल इंजन सरकार का छत्तीसगढ़ को नुकसान
भाजपा दावा करती थी कि राज्य में डबल इंजन की सरकार बनने से राज्य को फायदा होगा, लेकिन डबल इंजन की सरकार से छत्तीसगढ़ को नुकसान हो रहा है। मोदी सरकार सेंट्रल पूल में छत्तीसगढ़ का पूरा चावल नहीं ले रही है। डबल इंजन सरकार होने के बावजूद छत्तीसगढ़ के किसानों का धान खुले बाजार में 1800 रू प्रति क्विंटल की दर पर भी नही बिक रहा है, जबकि केन्द्र सरकार चाहे तो छत्तीसगढ़ के किसानों से खरीदे गये धान से बने पूरे का पूरा चावल केन्द्रीय पूल नहीं खरीद सकती है।
छत्तीसगढ़ के किसानों को उर्वरक की आपूर्ति नही कर रही है, मोदी सरकार इस खरीफ सीजन 2025 के लिये डीएपी के कुल डिमांड का मात्र 38 प्रतिशत ही भेजा है। लाख नये पीएम आवास का दावा झूठा है, नये हितग्राहियों को आवास स्वीकृत नही किये गये 2011 के बाद से जनगणना रोक दी गयी है, गरीबी रेखा सर्वे बंद है, गरीबों से किस बात का बदला ले रही डबल इंजन की सरकार। पेसा कानून का खुला उल्लंघन किया जा रहा है 5 वी अनुसूची के क्षेत्र बस्तर, सरगुजा में ग्राम सभा के अधिकारों को कुचला जा रहा है।
तेंदूपत्ता संग्राहक बीमा योजना दुर्भावना पूर्वक बंद कर दी गयी, केन्द्र की मोदी सरकार में केन्द्रांश देना बंद कर दिया है। मोदी सरकार बनने के बाद छत्तीसगढ़ की खनिज संपदा पर मोदी के मित्रो की बुरी नजर पड़ गयी है, हसदेव के जंगल काटे गये। कोयले की खदानों पर अडानी का एकाधिकार स्थापित किया जा रहा है। नवरत्न कंपनी सीआईएल और एसईसीएल की छत्तीसगढ़ में संचालित खदानों में खनन का कार्य दबावपूर्वक अडानी को दे दिया गया।
एनएमडीसी के नगरनार संयंत्र आज भी मोदी सरकार में विनिवेशीकरण की सूची में डालकर रखा है, कभी भी मोदी सरकार इसे बेच सकती हैं। डबल इंजन की सरकार में बस्तर के बैलाडीला के लौह अयस्यक की तीन खदानों को निजी क्षेत्र आरसेलर मित्तल और रूंगटा को सौंप दिया है। कांकेर जिला के हाहालादी खदान सागर स्टोन को 50 साल की लीज पर दे दिये।
सरकारी उपक्रम फेरोस्क्रेप लिमिटेड भिलाई ईकाई को मात्र 320 करोड़ में बेचा गया, जिसका वार्षिक शुद्व लाभ 100 करोड़ से उपर था। छत्तीसगढ़ के संसाधन और सार्वजनिक उपक्रम औने-पौने दाम पर बचे रही है डबल इंजन सरकार। मोदी के कार्यकाल में छत्तीसगढ़ से गुजरने वाले यात्री ट्रेनो के 64000 से अधिक फेरे रद्ध हुये। जबकि माल भाड़े से केन्द्र सरकार की सबसे ज्यादा कमाई, 22000 करोड़ प्रति वर्ष से अधिक केवल छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जोन से होती है। मोदी सरकार के कार्यकाल में छत्तीसगढ़ के रेल यात्री सुविधाये लगातार बाधित रही। आज भी छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली 40 से अधिक ट्रेने रद्ध हैं।पत्रकार वार्ता में पूर्व मंत्री अमितेष शुक्ल, वरिष्ठ कांग्रेस नेता राजेन्द्र तिवारी, पूर्व सांसद छाया वर्मा, प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला, महामंत्रीगण दीपक मिश्रा, सुबोध हरितवाल, सकलेन कामदार, वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर, सुरेन्द्र वर्मा, सत्यप्रकाश सिंह उपस्थित थे।