रायपुर : जब कोई अपना अचानक बिछुड़ जाए, तो वह पीड़ा परिवार को भीतर तक झकझोर देती है। ऐसी ही पीड़ा से गुजर रहे अनेक परिवारों को राहत देने के उद्देश्य से राजनांदगांव पुलिस द्वारा “ऑपरेशन मुस्कान” एवं “ऑपरेशन तलाश” के तहत उल्लेखनीय कार्य किया गया है। पुलिस अधीक्षक श्री मोहित गर्ग के निर्देशन में संचालित इन अभियानों के माध्यम से गुमशुदा बच्चों और व्यक्तियों की खोज कर उन्हें उनके परिजनों से मिलाया गया, जिससे कई चेहरों पर वर्षों बाद मुस्कान लौट आई। अभियान के अंतर्गत 23 बालक-बालिकाएं तथा 112 महिला-पुरुष सफलतापूर्वक उनके परिवारों के पास वापस लौटे हैं।
गुमशुदा व्यक्तियों की खोज के लिए राजनांदगांव पुलिस ने छत्तीसगढ़ के साथ-साथ मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और तेलंगाना के विभिन्न जिलों में लगातार समन्वय स्थापित करते हुए कार्य किया। मिशन मोड में की गई यह पहल पुलिस विभाग के आंतरिक समन्वय, सतत तफ्तीश एवं प्रभावी रणनीति का परिणाम है। अभियान के दौरान जिन बच्चों एवं व्यक्तियों की दस्तयाबी की गई, उन्हें उनके परिजनों को सौंपा गया। परिजनों ने राजनांदगांव पुलिस की इस संवेदनशील पहल के लिए हृदय से आभार व्यक्त किया।
पुलिस अधीक्षक श्री मोहित गर्ग के निर्देशन तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री राहुल देव शर्मा के मार्गदर्शन में नगर पुलिस अधीक्षक श्री पुष्पेन्द्र नायक, एसडीओपी डोंगरगढ़ श्री आशीष कुंजाम एवं एसडीओपी डोंगरगांव श्री दिलीप सिसोदिया के पर्यवेक्षण में जिले के समस्त थाना एवं चौकी प्रभारियों द्वारा गुम इंसान संबंधी प्रकरणों में सुनियोजित एवं सतत प्रयास किए गए। राजनांदगांव पुलिस द्वारा संचालित यह अभियान न केवल कानूनी जिम्मेदारी को पूरा करना है, बल्कि यह समाज के प्रति उत्तरदायित्व निर्वहन और मानवीय संवेदना का भी प्रतीक है।