रायपुर। जिले में सात नई शराब दुकान खोलने की घोषणा के बाद इसके विरोध में स्थानीय रहवासी आवाज बुलंद करने लगे हैं। डंडा में पुरानी जगह से हटाकर स्कूल के करीब नई जगह शराब दुकान खोले जाने से लोग नाराज हैं। इसके विरोध में वे धरना-प्रदर्शन करने लगे हैं। इसी तरह खमतराई तथा उरला में शराब दुकान बंद करने समाधान शिविर में तीन सौ से ज्यादा लोगों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। लोगों के विरोध के बाद भी प्रशासन शराब दुकान खोलने की तैयारी में जुटा हुआ है।
दोंदे में खोली जा रही शराब दुकान को लेकर हरिभूमि की टीम ने मौके पर पहुंचकर लोगों से संपर्क किया तो उन लोगों ने प्रस्तावित शराब दुकान घनी आबादी के बीच होना बताया। साथ ही प्रस्तावित जगह सरपंच की होना बताया। दोंदे के सरपंच अशोक साहू से संपर्क करने पर उन्होंने कहा कि शराब दुकान खोलने का निर्णय शासन स्तर पर लिया गया है। सरपंच के अनुसार, उनके गांव में वर्ष 203 से शराब दुकान बंद है। शराब दुकान नहीं होने की वजह से कोचिया दूसरी जगह से शराब लाकर लोगों को बेच रहे हैं। साथ ही क्षेत्र में बड़े पैमाने पर कच्ची शराब बिक्री होने की जानकारी गांव के सरपंच ने दी है। दोंदे में जहां शराब दुकान खोलना प्रस्तावित है, वह घनी आबादी क्षेत्र होने के साथ ही स्कूल से सटा इलाका है।
गांव का माहौल बिगाड़ने की कोशिश
दौदे के पूर्व उपसरपंच सूरज टंडन ने प्रस्तावित शराब दुकान की जगह बताते हुए कहा कि उनके गांव में पिछले एक दशक से ज्यादा समय से शराब दुकान नहीं खुलने दी गई है। सूरज के अनुसार, जिस जगह पर शराब दुकान खोलने का प्रस्ताव दिया गया है, वह घनी आबादी वाला क्षेत्र होने के साथ मुख्य मार्ग से लगा हुआ है। ऐसे में ट्रक चालकों से लेकर हर आने-जाने वाले शराब खरीदने वहीं पहुंचेंगे। इससे गांव का माहौल खराब होने के साथ शराब दुकान खुलने से बच्चे बिगड़ेंगे। पूर्व उपसरपंच ने गांव में किसी भी हाल में शराब दुकान नहीं खोलने देने की बात कहते हुए आंदोलन करने की चेतावनी दी है।
यहां शराब दुकान स्वोलना प्रस्तावित
आबकारी विभाग ने जिन सात स्थानों में शराब दुकान खोलने प्रक्रिया प्रारंभ की है, उनमें से पांच शराब दुकानें आरंग विधानसभा क्षेत्र में प्रस्तावित हैं। नई शराब दुकान खौली, पलौद, नया रायपुर सेक्टर ५, मैंसा, समोदा, ग्राम टेमरी और दोंदेखुर्द में खोली जानी है। शराब दुकान खोलने भवन किराए पर लेने 2 जुलाई तक निविदा बुलाई गई है।
विरोध में तीन सौ से ज्यादा ने ज्ञापन सौंपा
एक तरफ जहां लोग नई शराब दुकान खोलने का विरोध कर रहे हैं। दूसरी तरफ पूर्व से जहां शराब दुकान संचालित हो रही है। वहां के रहवासियों ने कानून व्यवस्था का हवाला देकर शराब दुकान बंद करने कलेक्टर को समाधान शिविर में ज्ञापन सौंपा है। इनमें खमतराई तथा उरला क्षेत्र के रहवासी शामिल हैं। जिन इलाकों के लोगों ने शराब दुकान बंद करने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है. उसे लेकर प्रशासन ने अब तक स्थानीय रहवासियों को किसी तरह से कोई जवाब नहीं दिया है।
दुकान शिफ्ट करने के विरोध में उतरे लोग
इधर, पूर्व में डंडा बस्ती में संचालित शराब दुकान को पॉम मिडास के बाजू में फ्रेंड्स कॉलोनी के अंदर रिहायशी इलाके में शिफ्ट किया गया है। स्थानीय रहवासियों के अनुसार, जिस जगह पर शराब दुकान खोली जा रही है, उसके आसपास न्यू स्वागत विहार सहित कई रिहायशी कॉलोनियां तथा स्कूल संचालित हो रहा है। स्थानीय रहवासियों ने जमीन मालिक के बगैर अनुमति लिए अवैध निर्माण कर शराब दुकान खोलने का आरोप लगाया है। शराब दुकान के विरोध में स्थानीय रहवासियों ने रविवार से धरना प्रदर्शन करना शुरू कर दिया।