डोंगरगढ़ । छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले का डॉगरगढ़ शहर एक बार फिर अपराध के मामले में सुर्ख़ियों में है। यह मामला 19 जून गुरूवार की रात का है। जहां एक तरफ़ शहर के हाईस्कूल चौक पर चाकूबाजी की घटना होती है, वहीं दूसरी ओर करवारी मार्ग पर लूट का मामला सामने आया। दोनों ही मामलों में पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन इस लूट के मामले में जो खुलासा हुआ, वह चौंकाने वाला है।
इस मामले में दोस्त को शराब पिलाना ही पीड़ित को महंगा पड़ा। लूट का मास्टरमाइंड पीड़ित का ही करीबी दोस्त निकला। दोस्त ने ही सुनियोजित तरीके से अपने साथियों के साथ वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए महज 48 घंटे में ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
दो साथियों के साथ मिलकर दिया घटना को अंजाम
पुलिस के मुताबिक डॉंगरगढ़ निवासी असगर खान ने 20 जून को थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि, बांस डिपो मैदान के पास दो नकाबपोश युवकों ने चाकू की नोक पर उनके गले से सोने-चांदी के गहने, एक मोबाइल फोन और नकद रकम लूट ली। साथ ही उनके फोन-पे खाते से 98 हज़ार रुपये का जबरन ट्रांजेक्शन भी कर लिया गया। कुल लूट 2 लाख 85 हज़ार रुपये की बताई गई। जांच के दौरान जब पीड़ित के साथ मौजूद नकीब खान से पूछताछ की गई, तो उसका बयान संदिग्ध लगा। तकनीकी साक्ष्य मिलने के बाद जब उससे कड़ाई से पूछताछ की गई, तो उसने चौंकाने वाला खुलासा किया।दरअसल, लूट की पूरी साजिश नकीब खान ने ही रची थी। उसने अपने दो साथियों पिन्टू उर्फ हिरेन्द्र सिन्हा (राजनांदगांव) और भरत बन््सोड (तुलसीपुर) के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया।
बीयर के बहाने मैदान में ले गया, फिर नकाबपोशों ने लूट लिया
नकीब खान दो दिन से असगर के साथ काम करने का बहाना बनाकर उसके साथ घूम रहा था। घटना की रात वह बीयर पीने का बहाना बनाकर असगर को बांस डिपो मैदान ले गया। जहां पहले से ही पिन्टू और भरत स्कूटी में नकाब लगाकर मौजूद थे। दोनों ने चाकू की नोक पर गहने, नकद और मोबाइल लूट लिया। पहले से सेट किए गए स्कैनर के जरिए फोन-पे से 98 हज़ार रूपये अपने खाते में ट्रांसफर भी कर लिए। नकीब ने घटना के दौरान खुद को मासूम दर्शाते हुए पीड़ित की आंखों में धूल झोंकी।
आरोपियों के खिलाफ पहले से हैं संगीन आपराधिक मामले
इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों में शामिल नकीब खान (18 वर्ष) पहले से ‘बलवा, शासकीय कार्य में बाधा और आर्म्स एक्ट जैसे मामलों में लिप्त रहा है। वहीं पिन्ट उर्फ हिरेन्द्र सिन्हा (19 वर्ष) राजनांदगांव निवासी भी हत्या के मामले में शामिल रहा है। मामले का तीसरा आरोपी भरत बन्सोड (20 वर्ष) तुलसीपुर निवासी भी गंभीर धाराओं में आरोपी है। इनके साथ एक नाबालिग को भी अभिरक्षा में लिया गया है, जिसके खिलाफ विधिक प्रक्रिया जारी है।