रायपुर : यदि संकल्प और सही दिशा में की गई पहल साथ हो, तो बदलाव अवश्य संभव है। पहले हर महीने 10 से 12 हजार रुपये तक का बिजली बिल भरने वाले श्री गुप्ता अब प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के लाभ से पूरी तरह ऊर्जा आत्मनिर्भर बन चुके हैं। जांजगीर-चांपा जिले के व्हीआईपी सिटी निवासी श्री ओमप्रकाश गुप्ता ने यह साबित कर दिखाया है।
पारदर्शी प्रक्रिया के तहत बिना किसी परेशानी लगा सौलर प्लांट
श्री गुप्ता के घर की छत पर 5 किलोवाट क्षमता का सोलर पैनल सिस्टम लगाया गया है, जो अब उनके घर की पूरी बिजली जरूरतों को पूरा करता है। सौर ऊर्जा से संचालित यह व्यवस्था न केवल उनके घर को रोशन करती है, बल्कि परिवार पर पड़ने वाला आर्थिक बोझ भी कम कर चुका है। उन्होंने बताया कि पहले बिजली बिल चुकाना हर महीने एक बड़ी चुनौती बन जाती थी, जिससे घरेलू खर्चों पर भी असर पड़ता था। प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना की जानकारी मिलने के बाद उन्होंने तुरंत आवेदन किया। ऑनलाइन और पारदर्शी प्रक्रिया की वजह से बिना किसी परेशानी के थोड़े ही समय में उनके घर पर सोलर पैनल स्थापित हो गया।
मुफ्त बिजली योजना किसी वरदान से कम नहीं
घर के सभी उपकरण सौर ऊर्जा से संचालित होते हैं और उन्हें बिजली बिल की कोई चिंता नहीं रहती। हर महीने लगभग 10 से 12 हजार रुपये की बचत से उन्हें आर्थिक राहत मिली है, साथ ही पर्यावरण संरक्षण में योगदान देने की खुशी भी है। श्री ओमप्रकाश गुप्ता का कहना है कि प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। पहले जो राशि बिजली बिल में जाती थी, अब वह बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य और बचत में उपयोग हो रही है। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के प्रति आभार व्यक्त करते हुए नागरिकों से अपील की है कि वे भी इस योजना से जुड़कर ऊर्जा आत्मनिर्भरता और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कदम बढ़ाएं।