बीजापुर : छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों का एक्शन नक्सलियों और उनकी गतिविधियों के खिलाफ जारी है. नक्सली मंसूबों को नाकाम करने के साथ-साथ उनकी निशानियों को भी खत्म किया जा रहा है. केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) और डीआरजी जवानों ने संयुक्त कार्रवाई में तर्मेम थाना क्षेत्र में स्थित गोटुमपल्ली के जंगलों में नक्सलियों के 15 फीट ऊंचे स्मारक को ध्वस्त कर दिया है.
ग्रामीणों से जबरदस्ती निर्माण करवाया
सीआरपीएफ की 153वीं और 168वीं बटालियन, डीआरजी ने ज्वाइंट ऑपरेशन चलाकर गुरुवार को 15 फीट ऊंचे नक्सली स्मारक को ध्वस्त कर दिया है. सुरक्षाबलों ने विस्फोटक और अन्य सामग्री की मदद से स्मारक को नष्ट किया. बताया जा रहा है कि माओवादियों ने मारे गए सदस्यों के नाम पर ग्रामीणों से जबरदस्ती इस स्मारक का निर्माण करवाया था.
इस तरह के अभियान जारी रहेंगे
सुरक्षाबलों ने ये भी स्पष्ट किया कि इस तरह के अभियान जारी रहेंगे. सुरक्षा अधिकारियों के मुताबिक माओवादी ऐसे स्मारकों का उपयोग ग्रामीणों में डर फैलाने और संगठन के प्रचार-प्रसार के लिए करते हैं. स्मारक के ध्वस्त करने जैसी कार्रवाई से माओवादियों के मनोबल पर नकारात्मक असर पड़ा है और ग्रामीणों में सुरक्षाबलों को लेकर नई आस जगी है.
4 दिन पहले भी कार्रवाई की गई
बीजापुर में ही 26 अक्टूबर को ग्राम पील्लूर में डीआरजी, सीआरपीएफ की 214वीं बटालियन और कोबरा 206वीं बटालियन की संयुक्त टीम ने कार्रवाई करते हुए 20 फीट ऊंचे स्मारक को ध्वस्त किया था. इस ये कार्रवाई फरसेगढ़ पुलिस थाना क्षेत्र में की गई.
