मंदसौर : जिले के दलौदा में पुलिस ने फिल्मी अंदाज में एक फॉर्च्यूनर कार को पकड़ा, जिसमें बैठे तस्करों ने भागने का पूरा प्रयास किया। पुलिस ने जब चारों ओर से घेराबंदी कर तस्करों को पकड़ने की कोशिश की, तो उनमें से एक ने सब-इंस्पेक्टर पर पिस्टल तान दी। इस स्थिति से पुलिसकर्मी कुछ क्षण के लिए सहम गए, लेकिन सूझबूझ दिखाते हुए लाठियों से कार के कांच तोड़कर तस्करों का ध्यान भटकाया और उन्हें काबू में कर लिया। कार से 200 किलो डोडाचूरा बरामद किया गया।
पुलिस को मुखबिर से मिली थी सूचना
पुलिस को सूचना मिली थी कि डोडाचूरा से भरी एक कार सिंदपन से रतलाम की ओर जा रही है। मंगलवार शाम को पुलिस ने अलग-अलग स्थानों पर नाकाबंदी कर दी। दलौदा में स्थित एक पेट्रोल पंप के सामने सब-इंस्पेक्टर कपिल सौराष्ट्री और रीतेश नागर ने संदिग्ध फॉर्च्यूनर कार को रोकने का प्रयास किया, लेकिन चालक ने कार को डिवाइडर पर चढ़ाते हुए दूसरी लेन में ले जाने की कोशिश की। पुलिस ने तुरंत आगे-पीछे वाहन लगाकर कार की घेराबंदी कर ली।
जैसे ही सब-इंस्पेक्टर रीतेश नागर और कपिल सौराष्ट्री तस्करों को पकड़ने पहुंचे, उनमें से एक ने उन पर पिस्टल तान दी। कुछ क्षण के लिए अधिकारी हतप्रभ रह गए, लेकिन अन्य पुलिसकर्मियों ने तुरंत लाठियों से कार के शीशे तोड़ दिए, जिससे तस्करों का ध्यान भटक गया और इसी दौरान उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
राजस्थान के दो तस्कर गिरफ्तार
गिरफ्तार तस्करों की पहचान भागीरथ पिता कालूराम विष्णोई निवासी बाड़मेर, राजस्थान और सुरेश पिता बाबूलाल विश्नोई निवासी जालौर, राजस्थान के रूप में हुई। पुलिस ने कार की तलाशी ली तो उसमें कट्टों में भरा 200 किलो डोडाचूरा बरामद हुआ। इसके अलावा, पुलिस ने एक पिस्टल और चार जिंदा कारतूस भी जब्त किए। आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस को गुमराह करने के लिए तीन नंबर प्लेटों का उपयोग
तस्करों ने पुलिस को चकमा देने के लिए तीन अलग-अलग नंबर प्लेटों का इस्तेमाल किया। वे कुछ दूरी पर नंबर प्लेट बदल रहे थे, जिससे नयाखेड़ा के पास वे बच निकलने में सफल रहे। जब्त कार में नंबर प्लेट MP 09 ZL 3007 लगी हुई थी, जबकि दो अन्य नंबर प्लेट GJ 01 WP 6201 और HR 33 G 0003 कार के अंदर मिलीं। कार के इंजन और चेसिस नंबर भी घिसे हुए थे। पुलिस और परिवहन विभाग कार के असली मालिक का पता लगाने में जुटे हुए हैं।