कलेक्टर ने सर्वेक्षण दलों को गंभीरता से काम करने के दिए निर्देश
रायपुर| मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की घोषणा के अनुरूप आज 1अप्रैल से रायपुर जिले के ग्रामीण अंचल में सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण का कार्य प्रारंभ हो गया है।सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण के लिए दलों का गठन किया गया है।ये दल गांव के प्रत्येक घरो में पहुँच कर परिवार की स्थिति के बारे में जानकारी एकत्रित करेंगें।
वित्तीय वर्ष 2023-24 के पहले दिन आज से छत्तीसगढ़ सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण का कार्य प्रारंभ हो गया है। इसी कड़ी में कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे के दिशानिर्देश में जिले के सभी विकास खंड के गांव गांव जाकर सर्वेक्षण टीम सर्वे का कार्य कर रही है।इसके साथ ही पूरे जिले में सर्वेक्षण कार्य प्रारंभ हो गया है।
कलेक्टर डॉ. भुरे ने प्रगणक दलों को पूरी गंभीरता से त्रुटि रहित सर्वेक्षण करने के निर्देश दिए हैं।उन्होंने सर्वेक्षण के लिए वार्ड पंचों की जिम्मेदारी, मकानों का नंबरिंग, सर्वे की प्रक्रिया, मोबाइल एप, पोर्टल में ऑनलाइन एंट्री एवं मैनुअल एंट्री के बारे में आवश्यक निर्देश दिए हैं।उन्होंने कहा कि सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण में डाटा बेस के अनुसार पात्र पाये जाने पर शासकीय योजनाओं का लाभ मिलेगा।
कलेक्टर डॉ. भुरे ने गांव के सभी नागरिकों को सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण में भागीदार बनने की अपील की ।उल्लेखनीय है कि सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण में डाटाबेस जानकारी जैसे- परिवार के मुखिया की जानकारी, शैक्षणिक योग्यता, रोजगार की जानकारी, प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत है या नहीं, धान विक्रय का किसान पंजीयन क्रमांक, आधार नंबर, राषन कार्ड में परिवार की सूची, नरेगा जॉब कार्ड, परिवार की भूमि की जानकारी, परिवार की वार्षिक आय, सिंचाई साधन, वाहन एवं अन्य सामग्री, घर कच्चे या पक्के मकान, परिवार के कितने सदस्यों ने कौशल प्रशिक्षण प्राप्त किया, मोबाइल नंबर, उज्जवला गैस कनेक्षन, रोजगार की जानकारी जैसे-कृषि कार्य, स्वरोजगार, शासकीय नौकरी, निजी नौकरी, मजदूरी, बेरोजगारी इत्यादि का सर्वेक्षण किया जा रहा है।