सुरुज बाई खाण्डे के नाम पर मिले राज्य अलंकरण : पद्मश्री डॉ.आर.एस.बारले एवं पद्मश्री अजय मण्डावी

Featured Latest छत्तीसगढ़ राष्ट्रीय

रायपुर| 10 मार्च 2023 के दिन सुरुज ट्रस्ट के अध्यक्ष दीप्ति ओग्रे के द्वारा चकरभाठा बिलासपुर में सुरुज बाई खाण्डे की पुण्यतिथि के अवसर पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम सुरुज के सुरता का आयोजन किया गया था जिसमें मुख्य अतिथि पद्मश्री डॉ.आर.एस.बारले और पद्मश्री अजय मण्डावी जी थे आप दोनों का मंच के माध्यम से राज्य सरकार के सामने मांग रखा गया कि सुरुज बाई खाण्डे जी के नाम पर उनकी स्मृति में राज्य अलंकरण प्रारंभ किया जाए तथा विशिष्ट अतिथि डॉ.अनिल भतपहरी सचिव राजभाषा आयोग ने बताया कि सुरुज बाई खाण्डे वास्तव में लोक गाथा भरथरी गायन में सूर्य ही थीं जिन्होंने सर्वप्रथम भरथरी गायन को अपने अनूठे अंदाज में जन्म दिया और विश्व के 18 देशों में अपनी प्रस्तुति दिये।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे धरमलाल कौशिक विधायक बिल्हा विधानसभा ने सुरुज के सुरता कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि सुरुज बाई खाण्डे के नाम पर राज्य अलंकरण और संग्रहालय तथा भरथरी एवं लोक गीत प्रशिक्षण केन्द्र खोलने के लिए राज्य सरकार के पास अपनी बात रखेंगे। इस कार्यक्रम में सुरुज ट्रस्ट के द्वारा अलग अलग विषयों पर सुरुज सम्मान 2023 से सम्मानित गया

1.श्रीमती रेखा देवार लोक गायिका – भरथरी गायन

2.सुश्री अमृता बारले लोक गायिका – भरथरी गायन

3.श्री अरुण कुमार निगम – छत्तीसगढ़ी छंद साहित्य

4.श्री दास मनोहर धृतलहरे – छत्तीसगढ़ी लोक गीतकार

5.सुश्री ममता अहार – कलात्मक शैक्षणिक पद्धति

6.डॉ.प्रदीप निर्णेजक – रहस नाट्यकला

7.श्री उत्तरा ध्रुव – व्हीलचेयर क्रिकेट खेल

8.सुश्री मालती पनौरे – व्हीलचेयर फेंसिंग खेल

डॉ. सोमनाथ यादव के द्वारा सुरुज बाई खाण्डे के जीवन पर सारांशत: उद्बोधन दिया गया एवं कार्यक्रम में राजगीत की प्रस्तुति लोक गायिका लक्ष्मी करियारे लोक गायक सूरज श्रीवास ने किया स्वागत नृत्य रितु पात्रे ने प्रस्तुति दिया और लोक गायिका जोशी बहनें एवं यशवंत सतनामी जी के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया रेखा देवार एवं अमृता बारले के द्वारा भरथरी गीत की प्रस्तुति दी गई ।

काव्य प्रस्तुति में ईजी.गजानंद पात्रे,मिलन मलरिहा, घासीदास रात्रे और कु.सुनीता कुर्रे ने दिया तथा सतनाम, सतनामी धर्म, सतनामी आंदोलन और ब्रिटिश कालीन अभिलेख नामक पुस्तक का विमोचन किया गया जिसके लेखक राम कुमार लहरे जी हैं| साथ ही साथ कार्यक्रम में उपस्थित रहे लोक गायक हृदय प्रकाश अनंत,कृष्णा रात्रे, द्वारिका बर्मन,पं.राम जोशी,भाषाविद केदार दूबे,आकाशवाणी निदेशक महेंद्र साहू सतनामी समाज के राजमहंत दशेराम खांडे रायगढ़ से आये हुए मनोज पाठक, रायपुर से अमिताभ बांधे एवं क्षेत्रीय महिला पुरुषों की सैंकड़ों की भींड़ में कार्यक्रम सफल हुआ।

लोगों को शेयर करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *