रायपुर। किशोर पैकरा के सनसनीखेज हत्याकांड मैं पुलिस को नई जानकारी ली है। शातिर अंकित उपाध्याय ने किशोर की बजरंग नगर स्थित मकान बिक्री की राशि हड़पने के साथ ही उसकी तित्दा स्थित 22 एकड़ पैतुक कृषि भूमि बिक्री की राशि में बंदबाट की है। साथ ही उसने पत्र के साथ मिलकर हत्या के पाप को किसी दूसरे के सिर मढ़ने प्लानिंग की थी। पकड़े जाने पर अंकित ने चंद्रप़काश करें को हत्या का प्रमुख साजिशकर्ता बताया था।
चन्द्रप्रकाश का प्रमुख साजियाकर्ता के रूप में नाम आने पर पुलिस उससे लगातार दौ दिन तक पूछताछ करती रही और घटनास्थल पर मिले सीसीटीवी फुटेज का मिलान किया तो गलत पाया। गुरुवार को हत्या के आरोपियों को घटना स्थल ले जाकर क्राइम सीन रिक्रिइशन कराया गया।
किशोर हत्याकॉड से जुड़े मामले की पड़ताल में अब तक जो बातें निकलकर सामने आई हैं, उसके मुताबिक अंकित उपाध्याय ने किशोर की प्रमुख प्रापर्टी जिसमें बजरंग नगर स्थित मकान की 30 लाख रुपए का झांसा देकर हड़प लिया। इसके बाद उसने किशोर की उसकी मां के नाम तित्वा मैं 22 एकड़ जमीन कौ बिक्री कराया। पुलिस को जानकारी मिली है, उसके मुताबिक जमीन बिक्री की रकम मैं अंकित ने किशोर तथा उसकी मां को जब वोजिवित थी, अलग-अलग तरह का झांसा देकर जमकर रकम ऐंठा। बजरंगनगर स्थित मकान के साथ ित्दा की कृषि भूमि की बिक्री वर्ष 2018- 19 से 2020-21 के बीच की गई है।
मुतक को फ्लैट ले जाने का सीसीटीवी
हत्या के पूर्व का इंद्रप्र्य कालोनी के लिफ्ट के पास मृतक के साथ अंकित और उसकी पत्नी का सीसीटीवी फूटेज सामने आया है, जिसमें अंकित तथा किशोर सुबह 6.22 बजे लिफ्ट के अंदर दाखिल होते हैं। तीन मिनट बाद चेहरे पर स्कार्फ बांधे शिवानी शर्मा नाइट शूट पहने सीढ़ी के रास्ते ऊपर जाती दिख
पकड़े जाने के बाद बताया था साजिशकर्ता
अपनी गिरफ्तारी के बाद अंकित ने किशोर की हत्या का प्रमुख साजिशकर्ता चंद्रप्रकाश को बताया। साथ ही उसने चंद्रप्रकाश को इंद्रप्र्थ स्थित फ्लैट से लाश निकालने की जानकारी दी। जानकारी मिलने पर पुलिस ने चंग्रप्रकाश को पूछताछ करने थाने बुलाया। साथ ही घटना स्थल पर मिलै सीसीटीवी फूटेज का चंद्रप्रकाश की कद काठी से मिलान किया। चंद्रप्रकाश से पूछताछ तथा घटना स्थल मैं मिलै सीसीटीवी फूटेज का मिलान करने से चंद्रप्रकाश का हत्याकांड में दूर-दूर तक कोई संबंध नहीं मिला। इसके बाद पुलिस ने चन्द्रप्रकाश को क्लीनचिट दी।
कौन है चंद्रप्रकाश जिसे फंसाना चाहता था.
चंद्रप्रकाश का किशोर के साथ हांडीपारा स्थित अपना पैतृक निवास बेचे जाने को लेकर कोर्ट में मामला चल रहा है। इसकी जानकारी अंकित को पहले से थी। उसने प्लानिंग की थी कि किशोर की हत्या करने के बाद वह हत्या का आरोप चंद्रप्रकाश पर मढ़ देगा। हत्या के कारण का विषय उसने हांडीपारा स्थित मकान बिक्री के विवाद को बनाया था।
पूरी तरह से खोखला करने के बाद बनाई हत्या की योजना
अंकित के बारे में पुलिस को जो जानकारी मिली है, उसके मुताबिक वह कोई काम नहीं करता था। वह नाम का वकील था, इसके अलावा वह अपने आपको प्रापर्टी डीलर बताता था और किशोर के पैसों से गुलछरें उड़ाता था। किशोर को पूरी तरह से खोखला करने के बाद अंकित को किशोर रास्ते का कांटा लगने लगा और उसने अपनी पत्नी के साथ मिलकर किशोर को रास्ते से हटाने की योजना बनाई।