रायपुर : माना थाना क्षेत्र के सिद्धी विनायक कालोनी स्थित सूने मकान का ताला तोड़कर लाखों रुपये चोरी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह की दो महिला आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। वहीं मुख्य आरोपित फरार है। पुलिस उनकी तलाश में है। फरार आरोपित मूलत: बांग्लादेश के रहने वाले हैं। आरोपित अबु तालेब, असलम शेख फरार है। इनकी पत्नी फातिमा बीबी और यास्मीन बीबी को गिरफ्तार किया गया है।
आरोपित माना क्षेत्र में किराए के मकान में रूके थे। मौका देखकर चोरी की वारदात की। और यहां से फरार हो गए। महिला आरोपितों को पश्चिम बंगाल के जिला दक्षिण 24 परगना स्थित ग्राम बांसरा से गिरफ्तार किया गया है। इनके कब्जे से चोरी की नकदी रकम तीन खाल 50 हजार और चांदी की दो जोड़ी पायल, ट्राली बैग और घटना में प्रयुक्त दो नग मोबाइल फोन जब्त किया गया है। फरार आरोपित सोने-चांदी के जेवर और नकदी अपने पास रखे हैं।
प्रार्थी सुरेन्द्र साहू ने थाना माना में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वे सिद्धी विनायक कालोनी माना कैंप में रहता है। जमीन खरीदी-बिक्री का काम करता है।17 नवंबर को वह घर में ताला लगाकर अपनी पत्नि व पुत्री के साथ घुमने गया था। शाम को वापस घर आकर देखे तो बेडरूम का दरवाजा खुला हुआ था, सामान जमीन पर बिखरा हुआ था। बेडरूम के खिड़की का राड भी टूटा हुआ था। वहीं से चोर अंदर प्रवेश किए और वारदात कर फरार हो गए। रिपोर्ट के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में एंटी क्राइम एंड साईबर यूनिटऔर थाना माना पुलिस की संयुक्त टीम को पश्चिम बंगाल के जिला दक्षिण 24 परगना रवाना किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा ग्राम बांसरा पहुंच कर आरोपियों की पतासाजी करते हुए प्रकरण में संलिप्त महिला आरोपित यास्मीन बीबी एवं फातिमा बीबी को पकड़ा गया। पूछताछ में दोनों महिला आरोपित द्वारा अबु तालेब मोल्ला और असलम शेख के साथ मिलकर चोरी की उक्त घटना को अंजाम देना बताया गया।
बांग्लादेशी चोरों का यह है तरीका
बांग्लादेशी चोर भारत में जैसे तैसे प्रवेश करते हैं। इसके बाद वह दूसरे शहर में जाते हैं। वहां महिलाओं से दोस्ती करते हैं। उन्हें शादी का झांसा देते हैं। दिखावे के लिए शादी भी कर लेते हैं। इसके बाद अलग-अलग राज्यों में जाते हैं। वहां फिर किराए के मकान में रहते हैं। क्षेत्र में फेरीवाला बनकर घूमते हैं। इसके बाद मौका पाकर चोरी की वारदात करते हैं। इस केस में भी ऐसा ही किया गया। 12 नवंबर को वह माना क्षेत्र में आकर किए के मकान में रूके। 17 को वारदात कर फरार हो गए। मकान मालिक किराया नामा तक थाने में नहीं दे सका।