रायपुर : छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव का बिगुल बज गया है. दोनों ही राजनीतिक दल बैठक कर रणनीति बना रही है. छत्तीसगढ़ की 14 नगर निगम में से 10 नगर निगमों में चुनाव होने जा रहा है. छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में इस बार का चुनाव कड़ी टक्कर का होने वाला है. रायपुर नगर निगम को लेकर दोनों ही राजनीतिक दलों के संभावित प्रत्याशी कौन हो सकते हैं, यहां कितने वोटर हैं और क्या समीकरण बन रहे हैं.
छत्तीसगढ़ नगरीय निकाय चुनाव
छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव एक चरण में होने जा रहा है. 22 जनवरी से नामांकन की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है. नामांकन जमा करने की प्रक्रिया 31 जनवरी तक चलेगी. इसके बाद स्क्रूटनी और नाम वापसी के तारीख के बाद नामों की घोषणा होगा. 11 फरवरी को शहरी क्षेत्र में मतदान होगा और 15 फरवरी को मतगणना होगी.
छत्तीसगढ़ में कुल 188 निकाय हैं, जिसमें 14 नगर निगम, 54 नगर पालिका परिषद और 124 नगर पंचायत हैं. इस बार नगर निगम के चुनाव ईवीएम से होंगे. प्रदेश में नगरीय निकायों के अन्तर्गत 10 नगरपालिक निगम, 49 नगरपालिका परिषद्, 114 नगर पंचायतों में आम निर्वाचन होगा.
10 नगर निगमों के लिए आरक्षण पर एक नजर
रायपुर- सामान्य महिला
दुर्ग- ओबीसी महिला
बिलासपुर-ओबीसी
कोरबा-सामान्य महिला
धमतरी-समान्य
रायगढ़ –एससी
अम्बिकापुर – एसटी
चिरमिरी- सामान्य
जगदलपुर-सामान्य
राजनांदगांव -सामान्य
रायपुर नगर निगमों में अब तक महापौर
2004- सुनील सोनी, भाजपा
2010- किरणमयी नायक, कांग्रेस
2015-16 प्रमोद दुबे, कांग्रेस
2019-20 एजाज ढेबर, कांग्रेस
रायपुर नगर निगम में 70 वार्ड है.
मतदान केंद्र की संख्या 1095 है.
पुरुष मतदाताओं की संख्या 5 लाख 15 हजार 301
महिला मतदाताओं की संख्या 5 लाख 20 हजार 524
254 मतदाता ट्रांसजेंडर भी है
रायपुर नगर निगम में यह है दावेदार
कांग्रेस के संभावित उम्मीदवार
दीप्ति दुबे– पूर्व महापौर प्रमोद दुबे की पत्नी हैं और प्रमोद दुबे के साथ राजनीति में सक्रिय भी रही हैं
निशा देवेंद्र यादव- निशा दो बार से पार्षद हैं और उनके पति देवेंद्र यादव भी सक्रिय राजनीति में हैं
किरणमई नायक- वर्तमान में राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष हैं पूर्व महापौर भी रही हैं. उनका कार्यकाल 2026 तक है. हालांकि पार्टी अगर टिकट देती है तो वह महिला आयोग के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देकर उम्मीदवार बन सकती हैं.
नीतू घनश्याम तिवारी, रायपुर, पूर्व पार्षद– नीतू घनश्याम तिवारी की बात की जाए तो कांग्रेस से ये रायपुर नगर निगम में पार्षद रही हैं .जोन क्रमांक 2 की अध्यक्ष रही हैं. वहीं, मौजूदा समय में शहर महिला कांग्रेस की उपाध्यक्ष हैं. अगर भारतीय जनता पार्टी ब्राह्मण चेहरे पर दांव लगाती है तो इनकी दावेदारी और मजबूत हो जाएगी. पार्षद और जोन अध्यक्ष रहने के कारण इनकी दावेदारी मजबूत है. ये भी कांग्रेस की जमीनी कार्यकर्ताओं में गिनी जाती हैं. कांग्रेस जमीनी नेता को अगर टिकट देती हैं.
भाजपा के संभावित उम्मीदवार
मीनल चौबे– वर्तमान में नेता प्रतिपक्ष हैं और लगातार नगर निगम की राजनीति में सक्रिय हैं.
सीमा संतोष साहू– दो बार की पार्षद हैं और भाजपा महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष भी हैं. ओबीसी वर्ग से आती हैं. ऐसे में उनकी दावेदारी मानी जा रही है.
अब चुनाव है तो सियासत भी होना वाजिब है. कांग्रेस जहां शहरी सत्ता में अपना वर्चस्व बरकरार रखना दम लगा रही है. तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी भी तीन बड़े चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद चौथी जीत की ओर बढ़ने का प्रयास कर रही है.
निकाय चुनाव को लेकर सियासत
सीएम साय ने कहा कि बीजेपी चुनाव को लेकर पुरी तरह से तैयार है. राज्य सरकार ने हर वर्ग के लिए काम किया है. भारत सरकार और राज्य सरकार ने सभी वर्गों के लिए काम किया है सभी वर्ग के लोग बीजेपी का साथ देंगे. वहीं, दूसरी तरफ पहले ईवीएम पर सवाल फिर चुनाव के तिथि को लेकर भी कांग्रेस ने सवाल खड़े किए हैं. पूर्व उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि वन नेशन वन इलेक्शन का दावा करते हैं. नगरीय निकाय का परिणाम पहले घोषित करेंगे तो पंचायत चुनाव का परिणाम प्रभावित होगा. चुनाव परिणाम की जो 4 अलग –अलग तारीख है उससे प्रदेश कांग्रेस कमेटी सहमत नहीं है. सारे परिणाम 24 फरवरी को घोषित होने चाहिए.
लंबे इंतजार के बाद आखिरकार छत्तीसगढ़ चुनाव के तिथि की घोषणा हो गई. बीजेपी 24 जनवरी को बैठक कर महापौर के प्रत्याशियों के नाम पर मंथन करने वाली है तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी 25 जनवरी को बैठक कर नाम फाइनल कर लेगी. बताया यह जा रहा है की दोनों ही पार्टियों में महापौर के प्रत्याशियों नाम 26 जनवरी की शाम जारी कर दिया जाएगा.