रायपुर । इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में चल रहे आम महोत्सव में इस बार जापान की मशहूर प्रजाति मियाजाकी आम सबका ध्यान आकर्षित कर रहा है। इसकी कीमत 2.5 से 3 लाख रुपए प्रति किलो तक बताई जा रही है, जिसे सुनकर लोग भी हैरान हैं। गहरे लाल रंग और बेहतरीन मिठास वाले इस आम की खूबसूरती भी लोगों को खूब लुभा रही है। इसके साथ ही महोत्सव में देसी नस्ल का ‘हाथीजुड़’ आम भी आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। इसका वजन करीब ढाई किलो है और आकार हाथी की सूंड जैसा दिखता है। इन खास किस्मों ने आम महोत्सव को और भी रोचक बना दिया है।
दरअसल, हर साल की तरह इस साल भी राष्ट्रीय आम महोत्सव का आयोजन किया गया । इस महोत्सव में 200 से अधिक किस्म के आम की विशाल प्रदर्शनी लगाई गई । इस दौरान देश- दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों के आम देखने को मिला । इसका आयोजन 6 ,7 और 8 जून को कृषि महाविद्यालय परिसर में हुआ। कार्यक्रम छत्तीसगढ़ शासन और प्रकृति की ओर सोसाइटी के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित हुआ ।
बुढालपेन करसाड़ और मांदरी महोत्सव
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने गुरुवार 5 मई को कांकेर जिले के संबलपुर हाई स्कूल कराठी में आयोजित दो दिवसीय बुढालपेन करसाड़ एवं मांदरी महोत्सव 2025 के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। यह महोत्सव क्षेत्र की पारंपरिक आदिवासी संस्कृति और परंपराओं को सहेजने का महत्वपूर्ण आयोजन है। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर आदिवासी समाज के आराध्य देव बूढ़ादिव की पूजा-अर्चना कर प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना की। सीएम साय ने कहा-यह उत्सव हमारे पूर्वजों की परंपरा और सांस्कृतिक विरासत का उत्सव है, जो नई पीढ़ी को अपनी जड़ों से जोड़ने का माध्यम है।