रायपुर : एमसीएक्स किंग के नाम से चर्चित मन्नू नत्थानी और उसके दो अन्य साथियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। अलग-अलग राज्यों में आनलाइन सट्टा का सिंडीकेट संचालित करने वाला मुख्य सरगना अभिनन्दन नत्थानी उर्फ मन्नू नत्थानी को पंडरी पुलिस ने दबोचा है। आरोपितों के कब्जे से 20 करोड़ से अधिक ट्रांजैक्शन डिटेल के रिकार्ड जब्त की गई है। आइपीएल समाप्त होने के बाद वह मुंबई से रायपुर आया था। पंडरी क्षेत्रांतर्गत मोवा स्थित अशोका आयकन सोसायटी स्थित फ्लैट में आनलाइन सट्टे का संचालन कर रहा था। मन्नू के साथ काम करने वाले कैलाश ठाकरे और अश्वनी शर्मा को गिरफ्तार किया गया है।
आरोपित आनलाइन सट्टा एप जेम्स 777, लकीबुक91 डाटकाम एवं अन्य एप में आइडी बनाकर, आइडी बांटकर विभिन्न राज्यों में सट्टा का संचालन कर रहे थे। इनके कब्जे से 14 नग मोबाइल फोन, दो लैपटाप, मैकबुक, एक साउंड मिक्सर डिवाइस और नकदी रकम दो लाख 80 हजार रुपये जब्त की गई है। इनके खिलाफ पंडरी थाने में जुआ एक्ट, छत्तीसगढ़ जुआ प्रतिषेध अधिनियम 2022 की धारा 06, 07 और 66डी आइटी एक्ट की धारा के तहत अपराध कायम किया गया।
गुरुवार को मामले का राजफाश करते हुए एएसपी अभिषेक माहेश्वरी ने बताया कि बुधवार को थाना पंडरी क्षेत्रांतर्गत मोवा स्थित अशोका आयकन सोसाइटी में अभिनंदन नत्थानी उर्फ मन्नू नत्थानी द्वारा अपने साथियों के साथ मिलकर आनलाइन सट्टा संचालन के लिए आइडी बनाकर, आइडी बांटकर आनलाइन सट्टा का सिंडिकेट संचालन कर रहा है। मुखबीर द्वारा बताए फ्लैट में जाकर पुलिस ने रेड की कार्रवाई की। रेड के दौरान मकान में दो व्यक्ति मिले। जिन्होंने पूछताछ में अपना नाम अभिनन्दन नत्थानी उर्फ मन्नू नत्थानी और कैलाश ठाकरे होना बताया गया।
टीम के सदस्यों द्वारा उनके पास रखे लैपटाप को चेक करने पर उनके द्वारा जेम्स777, लकीबुक91 डाटकाम एवं अन्य आनलाइन सट्टा एप में आइडी बनाकर आनलाइन सट्टा संचालित करना पाया गया। पूछताछ पर दोनों के द्वारा अपने साथी अश्वनी शर्मा सहित अन्य के साथ मिलकर विभिन्न राज्यों में सट्टा संचालित करना स्वीकार किया। जिसके बाद अश्वनी को पकड़ा गया। आरोपितों से पूछताछ के बाद अन्य कई नाम सामने आए हैं। जिनकी गिरफ्तारी की जाएगी।
मुंबई से बनवाई साउंड मिक्सर डिवाइस
पुलिस ने बताया कि मन्नू नत्थानी ने आनलाइन सट्टा संचालन के लिए मुंबई से साउंड मिक्सर मशीन बनवाई थी। इस मशीन में एक साथ 24 मोबाइल फोन कनेक्ट रहते हैं। आसानी से मैच में पैसा लगाने वाले फोन कर पैसे लगा सकते थे। साउंड मिक्सर मशीन की खास बात यह है कि इससे व्यक्ति की आवाज बदल जाती है। अगर कोई रिकार्ड भी कर ले तो संचालक की आवाज को पहचाना नहीं जा सकता है।
एक लाख रुपये हर महीने अश्वनी को :
प्रतिदिन करोड़ों का दांव लग रहा था। अश्वनी साउंड मिक्सर मशीन को चलाता था। उसमें एक माइक भी अलग से रहता है जिससे वह बात करता था। मन्नू अश्वनी को नौकरी पर रखा था। इससे पहले भी वह जेल जा चुका है। उसको एक महीने में एक लाख रुपये सैलरी देता था। मशीन में सब की आवाज रिकार्ड होती थी। जिसके बाद हारने जीतने वाले को पेमेंट दिया जाता था।