बीजापुर। शुक्रवार को एक घटना सामने आई है जो देश के सुरक्षा तंत्र और सियासी जगत के लिए हैरान कर देने वाला है। भारत में नक्सल संगठन के चीफ बसव राजू की मौत पर तुर्की के वामपंथी संगठन ने भारत सरकार की निंदा करते हुए वीडियो जारी किया। वीडियो में टर्किश वामपंथी उम्रवादी अपना चेहरा ढककर एक बयान पढ़ता दिखाई दे रहा है। इससे साफ होता है कि, भारत में सक्रिय वामपंथी माओवादियों यानि नक्सलियों का संपर्क इंटरनेशनल स्तर पर है। पिछले दिनो फिलीपीन्स से भी ‘बसव राजू को श्रद्धांजलि देने संबंधी खबरें आई थीं। वहीं कहा जा रहा है कि, दुनिय के जिन-जिन देशों में वामपंथी उग्रवादी सक्रिय हैं उन सभी देशों में ‘बसव राजू को श्रद्धांजलि दी जा रही है।
उल्लेखनीय है कि, छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ में बुधवार 21 मई की सुबह पुलिस जवानों ने नक्सल संगठन की कमर तोड़ दी थी। एंटी नक्सल ऑपरेशन में इतिहास रचते हुए, जिस नक्सली नेता की देश भर की सुरक्षा एजेंसियों को ‘तलाश थी उसे डीआरजी के जवानों ने मार गिराया था। नक्सलियों का चीफ एक करोड़ का ईनामी नम्बाला केशव राव उर्फ बशव राजू उर्फ गगन्ना को मार गिराया गया था।
नक्सल संगठन का चीफ था बसव राजू
इसका मतलब ऐसे समझते हैं। जिस तरह अलक़ायदा का चीफ ओसामा बिन ‘लादेन था, अमेरिका ने उसे पाकिस्तान के एटबाबाद शहर में छुपे होने के दौरान रात में एक बड़ा गुप्त आपरेशन चलाकर मारा था। श्रीलंका एलटीटीई यानि लिट्टे जिस संगठन ने दशकों तक श्रीलंका में सेना के खिलाफ विद्रोह किया, उस संगठन का चीफ था प्रभाकरण। उसे वहां की सेना ने एक विशेष अभियान चलाकर मारा था। ठीक इसी तरह भारत देश में नक्सलियों का चीफ ‘बसवराजू था। बशव राजू पर ही देशभर में नक्सल संगठन के संचालन की जिम्मेदारी थी। तो कहा जा सकता है कि, अबूझमाड़ में नक्सलवाद को गहरी चोट सुरक्षाबलों ने बुधवार की इस मुठभेड़ के जरिए पहुंचाई है। नक्सल संगठन के शीर्ष नेतृत्व को ढेर कर दिया गया है। इस मुठभेड़ में 30 नक्सली मारे गए हैं, इनमें कई अन्य सेंट्रल कमेटी के मेम्बर्स के भी मारे जाने की खबर है।