कोरबा : कोरबा वनमंडल के बालको वन परिक्षेत्र अंतर्गत ग्राम बेला की निवासीभुंडुराम धनवार पत्नी महेतरीन बाई और चार बच्चों के साथ रहती है। पति – पत्नी दोनों रोजी मजदूरी कर अपना परिवार का भरण-पोषण करते हैं। घर में चूल्हा जलाने के लिए लकड़ी समाप्त हो जाने पर वह लकड़ी की व्यवस्था करने गई थी
सोमवार की सुबह महेतरीन बाई बेला जलाशय के समीप स्थित पहाड़ी में लकड़ी लेने गई थी। वह जंगल में लकड़ी एकत्रित कर रही थी। इसी दौरान झाड़ियों से निकले दो भालुओं ने एक साथ महिला पर हमला कर दिया। अपनी जान बचाने महिला चीख पुकार मचाने लगी।
उसकी चीख सुनकर बचाव के लिए कोई नही पहुंचा, लेकिन पालतू कुत्ता मालकिन की जान मुसीबत में देख भालुओं से भिड़ गया। वह काफी देर तक भालुओं से खुद को बचाते हुए पलटवार करता रहा और भालुओं को जंगल खदेड़ने मे सफल हो गया। भालूओं के हमले से महिला घायल हो गई थी। उसे डायल 112 की मदद से इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल भर्ती कराया गया। जहां उसका उपचार जारी है।