मुंबई: अभिनेत्री कंगना रनोट अपनी दमदार एक्टिंग और धाकड़ अंदाज के लिए जानी जाती हैं। आउटसाइडर होकर भी उन्होंने बॉलीवुड में अपना एक मुकाम बनाया और ये सब उन्होंने अपने दम पर किया। यहां तक कि उन्हें परिवार का साथ भी नहीं मिला।
हिमाचल के साधारण परिवार से हैं कंगना
कंगना रनोट 23 मार्च को अपना 36वां जन्मदिन मना रही हैं। हिमाचल प्रदेश की रहने वाली कंगना ने छोटी उम्र में ही अपने सपनों के पीछे भागना शुरु कर दिया था। पढ़ाई करने के दौरान ही एक्ट्रेस परिवार से छिपाकर मॉडलिंग करने लगी थीं।
पिता चाहते थे बेटी बने डॉक्टर
कंगना ने सिमी ग्रेवाल संग एक पुराने इंटरव्यू में बताया था कि टीनएज में वो मिस इंडिया बनना चाहती थीं। वहीं, उनके पिता का सपना था कि बेटी डॉक्टर बने, लेकिन ये ख्वाब तब टूट गया जब कंगना ने चंडीगढ़ में पढ़ने के दौरान मॉडलिंग करना शुरू कर दिया। एक्ट्रेस ने लंबे समय तक अपने परिवार से इस बात को छिपाकर रखा था।
मिस इंडिया बनना था कंगना का सपना
सिमी ग्रेवाल के रॉनडेव्यू में कंगना रनोट के पिता का एक वीडियो भी दिखाया गया था, जिसमें उन्होंने कहा, “वो बचपन में हमेशा बोला करती थी मैं मिस इंडिया बनूंगी। तो हम लोग मजाक करते थे। वैसे अजीब लगता था ये सोचकर…ये सुनकर…कि क्या बनेगी। वैसे हम उसको डॉक्टर बनाना चाहते थे।”
कंगना का उड़ता था मजाक
कंगना ने खुद के सपनों को लेकर मजाक बनाए जाने पर कहा, “जब कभी भी घर में मेहमान आते थे तो वो मुझसे पूछते थे कि बड़े होकर क्या बनोगी? इसपर मैं कहती थी कि मैं मिस इंडिया बनूंगी। फिर वो सब मुझ पर हंसते थे जैसे मैंने कुछ अजीब बात कह दी हो। जब मैं 14-15 साल की हुई तो मैंने मिस इंडिया वाली बात कहना बंद कर दिया। अगर कोई मुझसे पूछता था कि तुम क्या बनोगी तो मैं कहती थी डॉक्टर।”
परिवार से कंगना को नहीं कोई शिकायत
कंगना से बातचीत में सिमी ग्रेवाल ने पूछा कि क्या उन्हें बुरा नहीं लगता कि परिवार ने सपने पूरा करने में उनका साथ नहीं दिया? इसपर एक्ट्रेस ने जवाब दिया, “नहीं ये मुझे परेशान नहीं करता क्योंकि मैं बहुत ही साधारण परिवार से आती हूं…आप मेरे पिता को देख सकती हैं…वो बहुत सीधे, ईमानदार और एक अच्छे इंसान हैं। मैंने महसूस किया कि ऐसा नहीं था कि वो मुझे सपोर्ट नहीं करना चाहते थे, वो बस मेरी मदद नहीं कर सकत थे।”