केन्द्रीय मंत्री की दौड़ में भाजपा के चार दिग्गज दावेदार, सामान्य और ओबीसी वर्ग का है दावा मजबूत

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रायपुर : मंगलवार को आम चुनाव के नतीजे घोषित हो जाएंगे। उससे पहले छत्तीसगढ़ में एक्जिट पोल ने भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदें बढ़ा दी हैं। पोल कह रहे हैं कि भाजपा ग्यारह में से दस सीटें जीत सकती है। मैदान में उतरे भाजपा के ज्यादातर दिग्गज चुनाव जीतकर दिल्ली जाएंगे। इनमें से चार दिग्गज ऐसे हैं जिनके केंद्रीय मंत्री बनने की संभावना जताई जा रही है। यह सामान्य और पिछड़ा वर्ग के सांसद होंगे। छत्तीसगढ़ में आदिवासी मुख्यमंत्री हैं इस लिहाज से सामान्य और पिछड़ा वर्ग के सांसद की केंद्रीय मंत्री बनने की संभावना बढ़ गई है।

उल्लेखनीय है कि,  अब तक केंद्र में प्रदेश से जो भी सांसद मंत्री बने हैं, वे राज्यमंत्री ही रहे हैं। अब तक प्रदेश गठन के बाद कोई भी सांसद कैबिनेट मंत्री नहीं रहा है। सरकार भले यूपीए की रही हो या एनडीए की। छत्तीसगढ़ को अब तक कैबिनेट मंत्री नहीं मिला है। छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने और दस सांसद जीतने की स्थिति में कैबिनेट मंत्री बनाए जाने की संभावना बढ़ जाएगी।

बृजमोहन, सरोज, संतोष, विजय दावेदार

मोदी कैबिनेट में छत्तीसगढ़ से इस बार सामान्य और ओबीसी वर्ग का दावा मजबूत माना जा रहा है। इसके पीछे कारण ये है कि प्रदेश में भाजपा की सरकार है और यहां पर आदिवासी मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय हैं। सामान्य वर्ग से जो दावेदार हैं, उनमें वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल का नाम प्रमुख है। रायपुर लोकसभा से उनकी जीत तय मानी जा रही है। वे यहां भाजपा सरकार में चार बार मंत्री रहे हैं और आठ बार के विधायक हैं। उनकी वरिष्ठता के चलते दावेदारी प्रबल है।

इसी तरह राज्यसभा सांसद रहीं सरोज पांडेय ने कोरबा से चुनाव लड़ा है। वे भाजपा केंद्रीय संगठन में लंबे समय तक सक्रिय रही हैं। उनके कैबिनेट में शामिल होने की प्रबल संभावना होगी। इसी तरह राजनांदगांव के सांसद संतोष पांडेय भी दावेदार माने जा रहे हैं। ये तीनों सामान्य वर्ग से हैं। दुर्ग के सांसद विजय बघेल भी दूसरी बार सांसद बनेंगे। उनका दावा भी मजबूत हैं। उनको विधानसभा का चुनाव मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ लड़ाया गया था। वे पिछड़ा वर्ग से मोदी कैबिनेट में शामिल हो सकते हैं।

उल्लेखनीय है कि,  अब तक केंद्र में प्रदेश से जो भी सांसद मंत्री बने हैं, वे राज्यमंत्री ही रहे हैं। अब तक प्रदेश गठन के बाद कोई भी सांसद कैबिनेट मंत्री नहीं रहा है। सरकार भले यूपीए की रही हो या एनडीए की। छत्तीसगढ़ को अब तक कैबिनेट मंत्री नहीं मिला है। छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने और दस सांसद जीतने की स्थिति में कैबिनेट मंत्री बनाए जाने की संभावना बढ़ जाएगी।

बृजमोहन, सरोज, संतोष, विजय दावेदार

मोदी कैबिनेट में छत्तीसगढ़ से इस बार सामान्य और ओबीसी वर्ग का दावा मजबूत माना जा रहा है। इसके पीछे कारण ये है कि प्रदेश में भाजपा की सरकार है और यहां पर आदिवासी मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय हैं। सामान्य वर्ग से जो दावेदार हैं, उनमें वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल का नाम प्रमुख है। रायपुर लोकसभा से उनकी जीत तय मानी जा रही है। वे यहां भाजपा सरकार में चार बार मंत्री रहे हैं और आठ बार के विधायक हैं। उनकी वरिष्ठता के चलते दावेदारी प्रबल है। इसी तरह राज्यसभा सांसद रहीं सरोज पांडेय ने कोरबा से चुनाव लड़ा है। वे भाजपा केंद्रीय संगठन में लंबे समय तक सक्रिय रही हैं। उनके कैबिनेट में शामिल होने की प्रबल संभावना होगी। इसी तरह राजनांदगांव के सांसद संतोष पांडेय भी दावेदार माने जा रहे हैं। ये तीनों सामान्य वर्ग से हैं। दुर्ग के सांसद विजय बघेल भी दूसरी बार सांसद बनेंगे। उनका दावा भी मजबूत हैं। उनको विधानसभा का चुनाव मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ लड़ाया गया था। वे पिछड़ा वर्ग से मोदी कैबिनेट में शामिल हो सकते हैं।

बृजमोहन, सरोज, संतोष, विजय दावेदार

मोदी कैबिनेट में छत्तीसगढ़ से इस बार सामान्य और ओबीसी वर्ग का दावा मजबूत माना जा रहा है। इसके पीछे कारण ये है कि प्रदेश में भाजपा की सरकार है और यहां पर आदिवासी मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय हैं। सामान्य वर्ग से जो दावेदार हैं, उनमें वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल का नाम प्रमुख है। रायपुर लोकसभा से उनकी जीत तय मानी जा रही है। वे यहां भाजपा सरकार में चार बार मंत्री रहे हैं और आठ बार के विधायक हैं। उनकी वरिष्ठता के चलते दावेदारी प्रबल है। इसी तरह राज्यसभा सांसद रहीं सरोज पांडेय ने कोरबा से चुनाव लड़ा है। वे भाजपा केंद्रीय संगठन में लंबे समय तक सक्रिय रही हैं। उनके कैबिनेट में शामिल होने की प्रबल संभावना होगी। इसी तरह राजनांदगांव के सांसद संतोष पांडेय भी दावेदार माने जा रहे हैं। ये तीनों सामान्य वर्ग से हैं। दुर्ग के सांसद विजय बघेल भी दूसरी बार सांसद बनेंगे। उनका दावा भी मजबूत हैं। उनको विधानसभा का चुनाव मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ लड़ाया गया था। वे पिछड़ा वर्ग से मोदी कैबिनेट में शामिल हो सकते हैं।

कैबिनेट मंत्री संभव

केंद्र में अब तक छत्तीसगढ़ से जो भी मंत्री रहे हैं, सभी राज्यमंत्री रहे हैं। इनमें भाजपा से स्व. दिलीप सिंह जूदेव, रमेश बैस, विष्णुदेव साय, डॉ. रमन सिंह, रेणुका सिंह केंद्रीय राज्यमंत्री रहे। एक बार डॉ. चरणदास महंत भी यूपीए सरकार में केंद्रीय राज्यमंत्री थे। अब तक छत्तीसगढ़ से किसी भी सांसद को कैबिनेट मंत्री बनने का मौका नहीं मिला है, लेकिन पहली बार संभावना जताई जा रही है कि इस बार मोदी कैबिनेट में छत्तीसगढ़ के किसी सांसद को मौका मिल सकता है।

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