बेमेतरा जिला पूरे राज्य में अव्वल : 12 शिक्षक-शिक्षिकाओं को एफएलएन सह नवाजतन वॉरियर्स के राज्य स्तरीय पुरस्कार से किया गया सम्मानित

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बेमेतरा। राज्य स्तर पर आयोजित एफएलएन सह नवाजतन टीम द्वारा आज एफएलएन सह नवाजतन सम्मान समारोह का आयोजन आंजनेय यूनिवर्सिटी रायपुर में किया गया। इस सम्मान समारोह में पूरे बेमेतरा जिले का ही दबदबा रहा, बेमेतरा जिला ही छाया रहा। क्योंकि राज्य स्तरीय पुरस्कार के लिए सबसे ज्यादा 12 शिक्षक-शिक्षिकाओं का चयन बेमेतरा जिला से ही हुआ था। इस तरह से एफएलएन नवाजतन वॉरियर्स पुरस्कार में बेमेतरा जिला पूरे राज्य में प्रथम स्थान पर रहा। इस एफएलएन सह नवाजतन कार्यक्रम में बेमेतरा जिले से कुल 81 शिक्षकों ने पंजीयन कराया था। जिसमें से 66 शिक्षकों ने चुनौती को स्वीकार किया था और अपने विद्यालयों में बच्चों के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन क्लास करने के लिए तैयार हुए।

फरवरी माह में ही ऑनलाइन और ऑफलाइन आकलन डाइट प्राचार्य जे के घृतलहरे के मार्गदर्शन में डाइट के व्याख्याता थलज कुमार साहू और चारों विकासखंड के बीआरसी खोम लाल साहू,राजेंद्र कुमार साहू, जगजीवन साहू और बी डी बघेल, राज्य स्तर के कोर ग्रुप मेंबर पवन कुमार देवांगन और केवरा सेन सहित समस्त विकासखंड के डीआरजी, सीएसी और बीआरजी के सहयोग से प्रथम चरण में 66 शिक्षक शिक्षिकाओं का आकलन हुआ। जिसमें से द्वितीय चरण के आकलन के लिए 23 शिक्षक शिक्षिकाओं का चयन हुआ।

इन 23 शिक्षक शिक्षिकाओं के राज्य स्तर पर उनके कार्यों एवं 100%उपस्थित और कक्षा स्तर की दक्षता का आकलन करते हुए अंतिम रूप से 12 शिक्षक शिक्षिकाओं का चयन हुआ। यह वह शिक्षक शिक्षिकाएं हैं जिन्होंने सभी मापदंडों को पूरा करते हुए सफलता को प्राप्त हुए। इन्होंने अपने बच्चों में 100% उपस्थिति के साथ-साथ पठन,लेखन और समझ के साथ पढ़ने और गणितीय कौशल में निपुणता बनाने में कठिन परिश्रम किया हैं। जिनके कारण आज इस सफलता के मंजिल पर ये पहुंचे पाए हैं, और पूरे बेमेतरा जिले को शिक्षा के क्षेत्र में गौरवान्वित किया है।

संकल्पित इरादों के साथ किया हुआ कोई भी काम असफल नहीं होता – डाइट प्राचार्य

राज्य में बेमेतरा जिले का परचम लहराने वाले इन 12 शिक्षक शिक्षिकाओं को रविवार 27 अप्रैल को रायपुर के नरहदा स्थित आंजनेय यूनिवर्सिटी में अतिरिक्त संचालक डॉ योगेश शिवहरे और उप संचालक, लोक शिक्षण संचालनालय आशुतोष चावरे की उपस्थिति में राज्य स्तरीय पुरस्कार प्रदान कर गौरवान्वित किया गया। इस अवसर पर डाइट प्राचार्य जे के घृतलहरे ने बेमेतरा के 12 शिक्षक-शिक्षिकाओं सहित राज्य के सभी वॉरियर्स को बधाई देते हुए कहा कि संकल्पित इरादों के साथ किया हुआ कोई भी काम असफल नहीं होता साथ ही कहा की व्यक्ति के व्यक्तित्व निर्माण में शिक्षक की बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका होती है।

उन्होंने अपने उद्बोधन में सभी वॉरियर्स में ऊर्जा का संचार करते हुए और चुनौती को स्वीकार करने के लिए कई पंक्तियां भी पढ़ी। उनकी पंक्तियों ने सभी शिक्षक शिक्षिकाओं में उल्लास और ऊर्जामयी वातावरण निर्मित कर दिया। डाइट प्राचार्य की पंक्तियां ने खूब तालियां बटोरी। उन्होंने कहा कि इस बार तो हम 12 तक ही में रुके हैं। अगले साल हम शतक जरूर बनाएंगे और हम 100 वॉरियर्स इसी तरह तैयार करके ही रहेंगे। जिला शिक्षा अधिकारी डॉ कमल कपूर बंजारे ने इस अवसर पर सभी वॉरियर्स को हार्दिक बधाई और अनंत शुभकामनाएं देते हुए कहा की हमारे यहां के सभी शिक्षक शिक्षिकाओं को हमारे डाइट में बेहतर प्रशिक्षण प्राप्त होता है। इसी का ही परिणाम है कि आज हमारे शिक्षक-शिक्षिकाएं बेहतर कार्य करके हमारे बेमेतरा जिले को गौरवान्वित कर रहे हैं।

इसके लिए हमारे डाइट प्राचार्य जे के घृतलहरे को ही सारा श्रेय जाता है। जिन्होंने शिक्षकों के प्रशिक्षण के लिए बेहतर वातावरण का निर्माण किया है। उन्होंने कहा एफएलएन सह नवाजतन के कोर ग्रुप मेंबर केवरा सेन और पवन कुमार देवांगन भी एफएलएन सह नवाजतन के लिए खूब मेहनत किया है उन्हें भी खूब हार्दिक बधाई और धन्यवाद। जिनके कारण ही हम सब इस मंजिल को प्राप्त किए हैं।

एक शिक्षक को विषय वस्तु या कंटेंट का पूर्ण ज्ञान होना चाहिए

लोक शिक्षण संचालनालय के अतिरिक्त संचालक डॉ योगेश शिवहरे ने सभी वारियर्स को बधाई देते हुए कहा कि,एफएलएन सह नवाजतन के द्वारा आज पूरे प्रदेश भर में 1500 से अधिक शिक्षक जाग गए हैं। जो वॉरियर्स है उनसे मेरा अनुरोध है कि बच्चों से पियर्स लर्निंग का काम करवाए। एक शिक्षक को विषय वस्तु या कंटेंट का पूर्ण ज्ञान होना चाहिए। उनको अपने विषय में दक्ष होना बहुत जरूरी है। अगर शिक्षक अच्छा नहीं पढ़ा रहा है या किसी टॉपिक को नहीं समझा पा रहा है, तो बच्चों से कहिए कि बेटा मैं कल आपको जरूर पढ़ाऊंगा। बच्चों से यह कहने में बिल्कुल संकोच ना करें,कभी भी उन्हें अपनी जानकारी के अभाव में आधी-अधूरी या गलत जानकारी बिल्कुल ना दें।

शिक्षक का कर्तव्य है की वह बिना किसी भेद-भाव के सबके साथ जुड़े

जिन बच्चों को आपने 100% दक्ष किया हैं वह आपसे बहुत ज्यादा अटैच्ड होंगे। आप सबके पास एक ऐसे शिक्षक जरूर होंगे जो आपके आइडल होंगे। वह इसलिए हमारे अच्छे शिक्षक नहीं है कि वह अच्छा पढ़ाते हैं, बल्कि एक शिक्षक तब अच्छा लगता है जब वह आपसे कनेक्ट होता है। कभी बच्चे का नाम पूछना,सर पर हाथ रखना, उनका टिफिन पूछना, परिवार के बारे में जानकारी पूछना, बच्चा जब बाहर में मिलता है तब भी उनसे कनेक्ट होना, जब आप बच्चों से जुड़ेंगे। जब आप बच्चों को स्नेह करेंगे बच्चा तभी आपसे कनेक्ट होगा, वह भी आपसे प्यार करेगा।

शिक्षक का दायित्व है कि वह बिना किसी भेदभाव के सारे बच्चों के साथ जुड़ जाता है। आप विज्ञान के टीचर हैं और अगर आपके क्लास का एक बच्चा गणित से संबंधित प्रश्न पूछ लेता है तो आप फौरन कहते हैं मुझे नहीं मालूम गणित वाले सर से पूछिए। घर में जब आपका बच्चा यही सवाल करता है तब भी क्या आप इसी तरह का व्यवहार करेंगे कि मुझे नहीं मालूम, जाओ किसी और से पूछ लीजिए। विद्यालय के सारे बच्चे हमारे अपने हैं, यही भाव एक शिक्षक में होना चाहिए। बिना किसी भेदभाव के सारे बच्चों में हमें समझ विकसित करनी है। अपनी कक्षा के हर बच्चों को आगे बैठने का अवसर देना है।

कक्षा का बच्चा सबसे अच्छा जज होता है

उप संचालक लोक शिक्षण संचालनालय आशुतोष चावरे ने कहा कि, आपके कक्षा का बच्चा सबसे अच्छा जज होता है। वह लगातार एक शिक्षक के सारे कार्यों को बारीकी से देखता है, आप उनके आदर्श है। आप कैसा बोलते हैं, कैसा पहनते हैं, कैसे चलते हैं, कैसा व्यवहार करते हैं, सबको एक बालक देखता है। एक शिक्षक का दायित्व है, कि वह बालक का सर्वांगीण विकास कर उन्हें आदर्श नागरिक बनाएं। व्यक्ति के व्यक्तित्व निर्माण में शिक्षक की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।

आज बेमेतरा जिले के जिन शिक्षक-शिक्षिकाओं को एफएलएन सह नवाजतन वॉरीयर्स के रूप में सम्मानित किया गया, उनमें सागरिका यादव हरदी, ललित कुमार टिकरिहा खुड़मुड़ी, चंद्राणी देवांगन परपोड़ा, भारती निषाद परपोड़ा, आँचल वर्मा कंतेली, आशा चंदेल बालसमुंद, पुरुषोत्तम कुमार सोनवानी जिया, जय कुमार मालाकार चिल्फी, ममता गायकवाड़ अकलवारा, गिरिजा पटेल कन्या देवकर, प्रताप वर्मा समुन्दवारा, और यामिनी बर्मन घठोली शामिल है। कोर ग्रुप मेंबर केवरा सेन और पवन कुमार देवांगन को भी उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित किया गया।

राज्य के 100 शिक्षकों को किया गया सम्मानित 

डाइट प्राचार्य जे के घृतलहरे और जिला शिक्षा अधिकारी डॉ कमल कपूर बंजारे को भी अपर संचालक ने बेमेतरा जिले के अव्वल आने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए स्मृति चिन्ह देकर समानित किया गया। इस सम्मान समारोह में सभी वॉरीयर्स और अतिथियों के लिए भोजन की व्यवस्था की गई थी। एससीईआरटी रायपुर में एफएलएन सह नवाजतन के प्रभारी सुनील मिश्रा, आर के जलतारे, दीपेश पुरोहित और 66 शिक्षकों के समूह द्वारा राज्य के 100 शिक्षकों को  सम्मानित किया गया।

ये रहे मौजूद

इस अवसर पर डाइट बेमेतरा के प्राचार्य जे के घृतलहरे और जिला शिक्षा अधिकारी डॉ कमल कपूर बंजारे, डाइट बेमेतरा के व्याख्याता थलज कुमार साहू, विकास खंड शिक्षा अधिकारी अरुण कुमार खरे उपस्थित रहे।

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