रायपुर-राजनांदगांव : छत्तीसगढ़ में ईओडब्लू/एसीबी की टीम ने बड़ी कार्रवाई की है। रायपुर, राजनांदगांव, दुर्ग और धमतरी में एक साथ रेड पड़ने से कारोबारी जगत में हड़कंप मच गया है। डीएमऍफ़ घोटालों से जुड़े मामलों में ईओडब्लू और एसीबी ने प्रदेश के 12 जगहों में दबिश दी है। रायपुर के वॉल फोर्ट कॉलोनी में अमित कोठरी और अशोक कोठारी के फ़्लैट पर छापा मारा है, दस्तावेजों की जांच जारी है।
ईओडब्लू और एसीबी की टीम ने राजनांदगांव के राधा कृष्ण अग्रवाल, ललित भंसाली, यश नाहटा, रोमिल नाहटा के ठिकानों पर दबिश दी है। वहीं दुर्ग में महावीर कालोनी में स्थित मनीष पारख के घर भी ईओडब्लू और एसीबी की टीम ने छापा मारा है। मनीष पारख भिलाई में डायग्नोस्टिक सेंटर का संचालक है।
बता दें कि, राधा कृष्ण अग्रवाल कोल माइंस का कार्य करते हैं और गर्वरमेंट सप्लायर भी है। वहीं ललित भंसाली टेंट हॉउस संचालक और हवाला कारोबारी है। यश नाहटा, रोमिल नाहटा सत्यम विहार में रहते हैं और गवर्नमेंट सप्लायर है। सभी के ठिकानों पर दस्तावेजों की जारी है।
सूत्रों के अनुसार, लगभग 10 गाड़ियों में आई टीम सुबह से दस्तावेजों की जांच में जुटी हुई है। इसी तरह दुर्ग के महावीर नगर में एक कारोबारी के यहां और धमतरी जिले में भी कार्रवाई चल रही है।
अधिकारियों की टीमें फिलहाल शासकीय सप्लाई से जुड़े दस्तावेज़, बैंक रिकॉर्ड और वित्तीय लेनदेन की जांच कर रही हैं। बताया जा रहा है कि डीएमऍफ़ घोटाले में इससे पहले भी कई बड़े अधिकारी जेल जा चुके हैं। हालांकि, अब तक ईओडब्लू और एसीबी की ओर से इस कार्रवाई पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
