रायपुर| कबीर विकास संचार केंद्र शोध पीठ के अध्यक्ष कुणाल शुक्ला ने कहा कि स्काई वाक भ्रष्टाचार की मूरत, भ्रष्टाचार की इमारत है। शहर को जब और जहाँ पर फ्लाईओवर की आवश्यकता थी और जिसके लिए दो बार लाखों रुपए निकाले गए उसके बाद पूरे प्लान को चेंज करके कमीशन के लिए स्काईवॉक बनाने का निर्णय लिया गया।
कुणाल शुक्ला ने कहा कि एक तरफ जहां विश्व में स्काई वाक का चलन समाप्त हो रहा है तो दूसरी तरफ शहर एवं प्रदेश वासियों को कमीशन के चक्कर में रमन सिंह एवं राजेश मूणत द्वारा स्काई वाक थोप दिया गया । इसके लिए ना तो कोई सर्वे करवाया गया नाही सेंट्रल जेल अथॉरिटी की एनओसी ली गई और ना ही शहर के नागरिकों की राय जानने की कोशिश की गई। हमारी पहले दिन से यह मांग रही है के इसमें टैक्स पेयर के पैसों की जो बर्बादी हुई है उसकी वसूली रमन सिंह एवं राजेश मूणत से की जाए।