राजनांदगांव : जिले में आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्लू) और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की संयुक्त टीमों ने गुरुवार को एक प्रमुख सर्राफा व्यापारी के ठिकानों पर छापेमारी की. यह कार्रवाई नंदई चौक स्थित व्यापारी के मकान और गुड़ाखू लाइन पर स्थित जसराज बैद मोहनी ज्वेलर्स दुकान पर की गई. चार गाड़ियों में पहुंची जांच दलों की टीम ने दस्तावेजों, नकदी और अन्य सामग्रियों की गहन तलाशी शुरू की.
सर्राफा व्यापारी के ठिकानों ईओडब्लू-एसीबी रेड
ईओडब्लू-एसीबी की टीम सुबह-सुबह राजनांदगांव पहुंचे और दोनों स्थानों को घेर लिया. टीम ने दुकान और मकान में मौजूद सभी दस्तावेजों, नकदी, सोने-चांदी के आभूषणों और अन्य संपत्तियों की बारीकी से जांच शुरू की. बताया जा रहा है कि यह छापेमारी अवैध वित्तीय लेनदेन और काले धन से संबंधित शिकायतों के आधार पर की गई.
नकदी समेत दस्तावेजों की जांच कर रही टीम
हालांकि, जांच पूरी होने के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा, कि टीम को क्या बरामद हुआ और कार्रवाई का आधार क्या था? यह पहली बार नहीं है जब राजनांदगांव में इस तरह की कार्रवाई हुई हो. तीन साल पहले भी ईओडब्लू-एसीबी की टीमों ने इसी सर्राफा व्यापारी के ठिकानों पर छापा मारा था. उस दौरान जांच में 500 किलो से अधिक चांदी और डेढ़ किलो सोना बरामद किया गया था. उस कार्रवाई ने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया था, और अब एक बार फिर इस रेड ने स्थानीय कारोबारियों और आम लोगों में चर्चा का माहौल बना दिया है.
माना जा रहा है कि यह अभियान अवैध संपत्ति, टैक्स चोरी और काले धन के नेटवर्क को उजागर करने के लिए चलाया जा रहा है. स्थानीय लोगों के बीच इस कार्रवाई को लेकर तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। कुछ का मानना है कि यह कार्रवाई बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार और काले धन के खिलाफ सरकार की सख्त नीति का हिस्सा है. जांच एजेंसियां पूरी सतर्कता के साथ काम कर रही हैं, और इस रेड के परिणामों का इंतजार सभी को है. जांच के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि कार्रवाई में कितनी संपत्ति जब्त हुई और व्यापारी के खिलाफ क्या कानूनी कदम उठाए जाएंगे.