जबलपुर : मध्य प्रदेश के जबलपुर से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां अवधपुरी कॉलोनी में 22 साल की श्रद्धा दास पर उसकी ही बचपन की दोस्त इशिता साहू ने तेजाब फेंककर उसकी जिंदगी में अंधेरा कर दिया. श्रद्धा बुरी तरह झुलस गई है और अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रही है.
कैसे बदल गई दुश्मनी में दोस्त?
श्रद्धा और इशिता एक ही कॉलोनी में पली-बढ़ीं. हालांकि दोनों की स्कूल अलग थी, लेकिन 10वीं तक गहरी दोस्ती थी. कुछ साल पहले इशिता का एक वीडियो उसके बॉयफ़्रेंड के साथ था सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था, जिससे समाज और परिवार में उसकी काफी बदनामी हुई. इशिता को शक था कि इसका कारण श्रद्धा है. तभी से उसने बदला लेने की ठान ली.
करियर में सफलता से बढ़ी जलन
हाल ही में श्रद्धा को पश्चिम बंगाल की एक बड़ी कंपनी में नौकरी मिली. श्रद्धा की सफलता और खूबसूरती से इशिता को और जलन होने लगी. उसने तय कर लिया कि वो श्रद्धा को सबक सिखाएगी.
फर्जी दस्तावेज से खरीदा तेजाब
इशिता ने तेजाब खरीदने के लिए इंटरनेट पर जानकारी निकाली. उसने ज्ञान गंगा कॉलेज के नाम पर नकली लेटरहेड बनवाया और दोस्त अंश शर्मा से फर्जी साइन करवा लिए, ताकि एसिड मिल सके. सिविक सेंटर की अनुप्रास ट्रेडर्स ने उसे लेटर हेड पर एसिड देने से मना कर दिया. जिसके बाद उसने अपने दोस्त अंश शर्मा को ज्ञान गंगा कॉलेज का प्रोफेसर बनाकर बात कराई. इस दौरान प्रोफेसर बने अंश ने कहा कि प्रैक्टिकल के लिए सल्फ्यूरिक एसिड की आवश्यकता है, इसे दे दिया जाए. अनुप्रास ट्रेडर्स के मालिक ने इसे सच समझकर एसिड दे दिया.
मिलने के बहाने श्रद्धा को घर से बाहर बुलाई,
29 जून की सुबह इशिता ने श्रद्धा को फोन किया और कहा कि वो पश्चिम बंगाल जाने से पहले आखिरी बार उससे मिलना चाहती है. जिसपर श्रद्धा मान गई. इशिता श्रद्धा के घर पहुंची और आवाज लगाई. श्रद्धा जैसे ही बाहर आई, उसके पीछे मां भी आ गईं.
तेजाब फेंककर भाग गई इशिता
गेट पर जैसे ही श्रद्धा आई, इशिता ने बोतल से 100 एमएल एसिड श्रद्धा के चेहरे पर फेंक दिया. एसिड चेहरे से होकर नीचे गिर गया. श्रद्धा दर्द से तड़पने लगी. मां ने उसे खींचकर बाथरूम में ले गई और पानी डाला. इस घटना के बाद मोहल्ले में हड़कंप मच गया. हालांकि इशिता मौके से भाग गई.
गिरफ्तारी के बाद पुलिस से पूछा- “जिंदा है या मर गई?”
सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने इशिता को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तारी के बाद इशिता ने पुलिस से पूछा, “क्या वह मर गई? मुझे फांसी होगी क्या?”
गोरखपुर पुलिस सीएसपीपी नागोटिया ने बताया कि हत्या की कोशिश और एसिड अटैक की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. इशिता का साथी अंश शर्मा अभी भी फरार है.
श्रद्धा की हालत गंभीर
श्रद्धा का इलाज मेडिकल कॉलेज में जारी है. डॉक्टरों ने बताया कि उसका चेहरा और शरीर का ऊपरी हिस्सा 50 फीसदी तक जल गया है. उसकी हालत नाजुक बनी हुई है.